दीपावली अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक,,,श्रीमहंत रविन्द्र पूरी
“हमें इस पर्व को भारतीय संस्कृति की गरिमा के अनुरूप मनाना चाहिए। घरों और मंदिरों में मिट्टी के दीए जलाना न केवल परंपरा को संरक्षित करेगा, बल्कि स्थानीय कुम्हारों और शिल्पकारों को देगा आर्थिक सहायता,,,
हरिद्वार:
दीपों के पावन पर्व दीपावली के अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज ने देशवासियों और प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि इस पर्व को पारंपरिक, पर्यावरण-मित्र और सामूहिक सद्भावना के साथ मनाया जाए।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि दीपावली अंधकार पर प्रकाश, बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “हमें इस पर्व को भारतीय संस्कृति की गरिमा के अनुरूप मनाना चाहिए। घरों और मंदिरों में मिट्टी के दीए जलाना न केवल परंपरा को संरक्षित करेगा, बल्कि स्थानीय कुम्हारों और शिल्पकारों को आर्थिक सहायता भी देगा।”
पर्यावरण की सुरक्षा पर जोर
श्रीमहंत ने दीपोत्सव के दौरान पटाखों से दूरी बनाए रखने और प्राकृतिक संसाधनों की बचत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि दीपावली को ऐसा मनाना चाहिए जो सभी के लिए आनंददायक, सुरक्षित और प्रकृति-संरक्षक हो।
देश और प्रदेश के नेतृत्व की सराहना
श्रीमहंत ने देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में देश और प्रदेश सभी क्षेत्रों में सकारात्मक बदलाव की ओर अग्रसर हैं। चाहे वह बुनियादी ढांचे का विकास हो, धार्मिक पर्यटन का विस्तार हो या युवाओं के लिए रोजगार सृजन—सभी क्षेत्रों में विकास स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
हरिद्वार में दीपावली का महत्व
श्रीमहंत ने कहा कि हरिद्वार जैसे पवित्र नगर में दीपावली का पर्व आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि मंदिरों में दर्शन के दौरान स्वच्छता और अनुशासन का पालन करें।
अंत में श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने सभी देशवासियों और प्रदेशवासियों को दीपावली की मंगलकामनाएं देते हुए कहा, “प्रकाश का यह पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आए।”