कनखल थाना क्षेत्र से लापता हुए तीन नाबालिग किशोरों को हरिद्वार पुलिस ने अंबाला से सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपा,,,

कनखल थाना क्षेत्र से लापता हुए तीन नाबालिग किशोरों को हरिद्वार पुलिस ने अंबाला से सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपा,,,

कनखल थाना क्षेत्र से लापता हुए तीन नाबालिग किशोरों को हरिद्वार पुलिस ने अंबाला से सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपा,,,
हरिद्वार:
कनखल थाना क्षेत्र से लापता हुए तीन नाबालिग किशोरों को हरिद्वार पुलिस ने अंबाला से सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंप दिया। किशोरों की योजना अजमेर जाने की थी, लेकिन रास्ते में एक राहगीर के मोबाइल से की गई कॉल ने पुलिस को अहम सुराग दे दिया। कांवड़ मेले की स व्यस्तता के बीच जगजीतपुर चौकी प्रभारी सुधांशु कौशिक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीसरे दिन बच्चों को तलाश कर परिजनों को राहत पहुंचाई।
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मामला 16 जुलाई का है, जब ग्राम जमालपुर निवासी राशिद पुत्र रियासत ने कनखल थाने में सूचना दी कि उसका 14 वर्षीय बेटा फरहान अपने दो दोस्तों आरिस (13 वर्ष) पुत्र मंसूर और उजैफ (15 वर्ष) पुत्र सुल्तान के साथ 15 जुलाई को घर से कहीं चला गया है। सूचना पर थाना कनखल पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
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अजमेर जाने की थी योजना, अमृतसर में मिली पहली लोकेशन
जांच में बच्चों के दोस्तों से पूछताछ करने पर पता चला कि वे अजमेर जाने की बात कर रहे थे। एक मोबाइल नंबर मिला, जिसकी सीडीआर निकलवाने पर लोकेशन अमृतसर की मिली। पुलिस टीम ने तत्काल अमृतसर पुलिस और परिजनों के साथ समन्वय स्थापित किया, लेकिन मोबाइल कुछ देर बाद बंद हो गया जिससे जांच प्रभावित हुई।
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राहगीर के फोन से आई कॉल ने बदला रुख
17 जुलाई को परिजनों को एक राहतभरी सूचना मिली जब तीनों में से एक बच्चे ने एक राहगीर के मोबाइल से घर कॉल की। पुलिस ने उस मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस की, जो अंबाला रेलवे स्टेशन पाई गई।
सूचना मिलते ही कनखल पुलिस ने अंबाला पुलिस से संपर्क कर समन्वय किया और एक टीम को अंबाला भेजा गया। वहां से तीनों बच्चों को सुरक्षित बरामद कर हरिद्वार लाया गया और उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
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कांवड़ ड्यूटी के बीच दिखाई तत्परता
कांवड़ मेला ड्यूटी जैसी व्यस्त स्थिति के बीच हरिद्वार पुलिस की इस त्वरित और संवेदनशील कार्रवाई की चारों ओर सराहना हो रही है। कार्रवाई में जगजीतपुर चौकी प्रभारी सुधांशु कौशिक, एएसआई ललित अधिकारी, कांस्टेबल प्रलव और कांस्टेबल वसीम की अहम भूमिका रही।
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परिजनों ने जताया आभार
बच्चों को सकुशल वापस पाकर परिजनों ने हरिद्वार पुलिस का आभार जताते हुए कहा कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई न करती तो अनहोनी की आशंका बनी रहती। उन्होंने टीम की कार्यप्रणाली की खुले दिल से प्रशंसा की।

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