ना कोई प्रबंध ना ही प्रबंधक ओर न ही दरुस्त प्रबंध व्यवस्था,,,।
सालो से शासन से आई भ्र्ष्टाचार व अनियमितता की जांच अधिकारियों के पास चाट रही धूल,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा
हाईकोर्ट नैनीताल में दायर जनहित याचिका में आदेश पर 87/2011 के आदेशानुसार अंतर्राष्टीय धर्मस्थल दरगाह साबिर पाक की प्रबंध व्यवस्था का जिम्मेदार जिला अधिकारी हरिद्वार के द्वारा यहां पर किसी प्रशासनिक अधिकारी को प्रबंधक व लेखाकार नियुक्त कर किया जाता रहा है।लेकिन आजकल न तो यहां कोई प्रबंध व्यवस्था है औऱ न ही कोई प्रबंधक नियुक्त किया गया है।जिसकी वजह से यहां पर भ्र्ष्टाचार व अनियमितता चरम पर है।क्योंकि प्रशासनिक प्रबंधक व लेखाकार न होने से यहां दरगाह की आय को मिलीभगत कर कार्यालय स्टाफ में डकारे जाने की आम बात हो गयी है।पिछले वर्ष की शासन को की गई एक शिकायत में दरगाह के करोड़ो रूपये की अनियमितता की मजिस्ट्रेटिय जांच की मांग की गई थी,जिसको शासन से जिला अधिकारी को निर्देशित करते हुवे उक्त पूरे प्रकरण की जांच मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में टीम गठित कर जांच करने के आदेश हुवे थे जो आज तक ढंडे बस्ते में पड़े हुवे है।हैरतअंगेज यह है की इतना होने के बावजूद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय से उक्त सभी आदेश कलियर दरगाह कार्यालय को भेज दिये जाते है।अब सवाल यह है कि दरगाह कार्यालय में कोई भी शासन व प्रशासन से आने वाला आदेश/निर्देश कहाँ ओर किस स्तर पर गुम हो जाता है इसकी कोई सुध लेने वाला नही है।जांच के नाम पर भी लीपापोती कर अधिकारियों को भृमित व गुमराह कार्यालय के प्रबंधक/लेखाकार के द्वारा ही किया जाता है।क्या कोई जिम्मेदारी लेखाकार/प्रबंधक की नही है यह बड़ा सवाल है।यही कारण है जो दरगाह कार्यालय में दिनरात नियम विरुद्ध कार्य हो रहे है ओर कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नही है।