मातृ सदन की घटनाओं का पुलिस ने किया खुलासा, एक निकला मानसिक बीमार, दूसरा प्रेमी जोड़ा..
हरिद्वार:
अनवर राणा।
कनखल के जगजीतपुर क्षेत्र में स्थित मातृ सदन आश्रम में संदिग्ध व्यक्तियों के घुसने की दो अलग-अलग घटनाओं का पुलिस ने आखिरकार पटाक्षेप कर लिया है। पहली घटना में संदिग्ध व्यक्ति एक मानसिक रोगी निकला। जोकि बारिश से बचने के लिए आश्रम में घुसा था। जबकि दूसरी घटना में एक प्रेमी जोड़ा सुनसान जगह की तलाश में आश्रम की तरफ गया था। पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार कर उसका शांतिभंग में चालान कर दिया गया। जबकि महिला की पहचान अभी नहीं हो सकी है। दरअसल, दोनों घटनाओं में मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने बड़े षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी थी। साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी घटनाओं को लेकर अपनी आशंकाएं ज़ाहिर की थी। एसएसपी अजय सिंह के निर्देश पर कनखल थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने टीम के साथ मिलकर दोनों घटनाओं का पर्दाफाश किया। हालांकि, दोनों घटनाओं में षड्यंत्र जैसी कोई बात पुलिस की जांच में सामने नहीं आई है, फिर भी एसएसपी अजय सिंह ने आश्रम की सुरक्षा को लेकर आवश्यक निर्देश कनखल पुलिस को दिए हैं।
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केस नम्बर- 1
11 अगस्त की रात 10:00 बजे चौकी जगजीतपुर में सूचना प्राप्त हुई कि मातृ सदन आश्रम में एक संदिग्ध व्यक्ति घुस गया है। व्यक्ति के षड्यंत्र के तहत आश्रम में घुसने की सम्भावना जताते हुए प्रार्थनापत्र दिया। पुलिस छानबीन करते हुए आरोपी को ढूंढ निकाला। बदहवास हालत में मिले संदिग्ध ने अपना नाम बबलू पुत्र बैजनाथ उम्र लगभग 24 वर्ष और निवासी जिला छपरा बिहार बताया। प्रथम दृष्टया संदिग्ध मानसिक रूप से बीमार प्रतीत हुआ।संदिग्ध ने यह भी बताया कि वह रात में पहले घाट और अन्य शेल्टर में सो कर जीवन यापन कर रहा था लेकिन पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक तेज बारिश होने के कारण वह आश्रम के पीछे स्थित कमरे में रात में सोने के लिए चले जाता था और दिन में इधर-उधर घूम कर मांग कर खाना खा लेता था। मातृ सदन के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ में पता चला कि कांवड़ के बाद से यह व्यक्ति यहां आस-पास घूमता फिरता रहता है और दिमागी रूप से परेशान है। वह लोगों के घरों और दुकानों के आगे मांगकर अपना पेट भर रात है।
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पुलिस चौकी में भर रहा पेट
थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने बताया कि काफी प्रयास के बाद भी परिवारजन के बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। व्यक्ति अभी भी चौकी में रह रहा है चौकी में ही दोनो समय का खाना खा रहा है । अभी तक किसी भी तरह की गतिविधी संदिग्ध प्रतीत नहीं हुई है। परिवार जनों के संबंध में फोटो बिहार व अन्य राज्यो में भेजकर पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल में नियुक्त मनोचिकित्सक राजीव रंजन तिवारी से कराई गई मेडिकल जांच में भी व्यक्ति की दिमागी हालत ठीक नहीं बताई गई है।
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केस नम्बर 2
बीते 18 अगस्त को 12:51 बजे एक महिला मातृ सदन आश्रम के क्लीनिक में 20 से 22 साल की एक महिला मिली थी। जिसे आश्रम के ही किशन जी महाराज ने पूछताछ कर छोड़ दिया गया। आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक करने पर महिला के साथ एक लड़का भी सीसीटीवी कैमरे में दिखा। मातृसदन का आरोप था कि दोनों एक षड्यंत्र के तहत आश्रम में घुस कर एक बड़ी वारदात देने के अंजाम देने आए थे। मातृसदन से व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त शिकायत पर प्रारंभिक जांच प्रारंभ की गई। पता चला कि आश्रम में जब महिला को पकड़ा गया तो पुलिस को तत्काल कोई सूचना नहीं दी गई। जिस कारण महिला से पूछताछ नही हो पाई। CCTV कैमरे से देखने से यह लग रहा है कि उक्त महिला और पुरुष प्रेमी जोड़े है जो कि सुनसान रास्ते की तरफ टहलते हुए आश्रम तक पहुंचे हैं। हालांकि आश्रम के लोगों के महिला को पुलिस को बिना सूचना दिए छोड़ने पर उनकी पहचान नहीं हुई है। फुटेज में पुरुष की पहचान सावन पुत्र सतीश निवासी जगजीतपुर अड्डा थाना कनखल जनपद हरिद्वार उम्र 21 वर्ष के रूप में हुई जिसको आश्रम के लोगों के समक्ष ही पूछताछ की गई, उसने बताया गया कि मैं भैंस चरा रहा था, इसी दौरान भैंस का बच्चा घूमते घूमते आश्रम की तरफ आ गया था, हालांकि व्यक्ति को वर्तमान में संज्ञेय अपराध किए जाने से रोकने के लिए धारा 151 सीआरपीसी में गिरफ्तार कर लिया गया है , जिससे पूछताछ जारी है।
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वन विभाग लगाए चेतावनी बोर्ड
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चौकी प्रभारी, चेतक मोबाइल और थाना मोबाइल के द्वारा पूर्व से ही आश्रम के आस पास लगातार गश्त की जा रही है। लगातार संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की जाती है। चेतक को भविष्य में आश्रम के आसपास आने जाने वाले लोगों से पूछताछ करने की हिदायत दी गई है। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से भी बात करके आश्रम के रास्ते पर चेतावनी बोर्ड्स लगाकर लोगों को चेताने व इस रास्ते पर न टहलने के लिए अवगत कराया गया है।