बरेली से पदयात्रा करते हुए साबरी परचम लेकर लगभग 150 लोगों का जत्था शनिवार को पिरान कलियर पहुंचा,फूल मालाओं से हुआ स्वागत,,,
कलियर:
राव तस्लीम
साबिर पाक के 755 वें सालाना उर्स की शुरुआत में परचम कुशाई (झंडा फ़हराना) की रस्म को अदा किया गया। बरेली से पदयात्रा करते हुए साबरी परचम लेकर लगभग 150 लोगों का जत्था शनिवार को पिरान कलियर पहुंचा, जहा पिरान कलियर पहुंचने पर सज्जादानशीन शाह अली मंजर ऐजाज़ साबरी ने जत्थे की अगुवाई कर रहे वसीम साबरी का फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। बाद नमाज़े असर सज्जादा नशीन की सरपरस्ती में दरगाह साबिर पाक के मुख्य गेट पर परचम कुशाई (झंडा फ़हराना) की रस्म को अदा किया गया।
पिरान कलियर साबिर पाक के 755 वें सालाना उर्स के आगाज़ पर मेन गेट पर परचम कुशाई (झंडा फहराने) की रस्म को सज्जादानशीन शाह अली ऐजाज़ साबरी ने हज़ारो अक़ीदतमन्दों की मौजूदगी में अदा किया। इस झंडे को वसीम साबरी 16 अक्टूबर को लगभग 110 लोगों के जत्थे के साथ 35 वे झंडे के रूप में लेकर पिरान कलियर के लिए पदयात्रा पर निकले थे। वसीम साबरी ने बताया अपने साथी कमाल साबरी, सलीम साबरी, सईद साबरी, रिज़वान साबरी, इमरान साबरी, हसन साबरी, शाहिद साबरी व अन्य लोगों के साथ 13 दिन की पदयात्रा कर शनिवार को पिरान कलियर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया रास्ते में कई जगह साबिर पाक के चाहने वालों ने पूरे जत्थे का बड़े जज़्बे के साथ स्वागत किया। साहबजादा शाह यावर ऐजाज़ साबरी ने बताया कि साबिर पाक के उर्स की शुरुआत परचम कुशाई की रस्म के साथ बड़ी अकीदत ओर मुहब्बत के साथ सज्जादा नशीन शाह अली ऐजाज़ साबरी की सरपरस्ती में अदा की गई, रस्म अदायगी के दौरान रस्म में मौजूद हज़ारों अक़ीदतमन्दों के लिए दुआ करते हुए देश के अमनो अमा खुशहाली के लिए दुआ की गई। यावर मियां ने बताया उर्स की प्रथम रस्म मेंहदी डोरी होती है उसके बाद उर्स विधिवत रूप से शुरू हो जाता है।
इस अवसर पर शाह यावर ऐजाज़, शाह ग़ाज़ी, असद साबरी, मुनव्वर अली साबरी, शफ़ीक़ साबरी, इसरार साबरी, अज़ीम सिद्दीक़ी, मुहम्मद राशिद साबरी, सलीम साबरी, हाजी इश्तियाक साबरी, शान साबरी, तस्लीम साबरी, सहित आदि लोग मौजूद रहे।