एडवोकेट शबनम अंजुम की शख्सियत उनकी शिक्षा और विचारशीलता का परिचायक,,,
शबनम अंजुम का संयमित प्रचार और जमीनी मुद्दों को समझने की उनकी क्षमता बना सकती है विजेता,,,
कलियर:
अनवर राणा।
चुनावी फिजा इन दिनों पूरी तरह से गर्म हो चुकी है। नगर पंचायत सीट पर कई सियासी योद्धा मैदान में हैं, और हर उम्मीदवार अपनी जीत के लिए ताकत झोंक रहा है। इसी चुनावी समर में एक शिक्षित, प्रतिबद्ध, और कर्मठ निर्दलीय उम्मीदवार एडवोकेट शबनम अंजुम, पत्नी अकरम साबरी, ने अपनी मौजूदगी से चुनावी समीकरणों में हलचल मचा दी है। शबनम अंजुम, जो अपने चुनाव चिन्ह “बस” के साथ मैदान में हैं, खुद को जनता का प्रतिनिधि बनाने के लिए सक्रिय रूप से प्रचार में जुटी हुई हैं। उनके पति अकरम साबरी, जो निवर्तमान सभासद और राज्य हज कमेटी के सदस्य हैं, घर-घर जाकर जनता से संपर्क कर रहे हैं। उनका डोर-टू-डोर अभियान न केवल उनकी सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि उन्हें एक सशक्त चुनावी योद्धा के रूप में स्थापित कर रहा है। अकरम साबरी पिरान कलियर में एक जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने वर्षों से जनता की सेवा करते हुए क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। राजनीति में लंबे अनुभव और कार्यकुशलता के कारण वे क्षेत्रवासियों के लिए भरोसेमंद चेहरा बन गए हैं। उनकी साफ-सुथरी छवि और लोगों से जुड़ने की सहजता ने उन्हें जनता के बीच गहरी पैठ दिलाई है।
एडवोकेट शबनम अंजुम की शख्सियत उनकी शिक्षा और विचारशीलता का परिचायक है। वे क्षेत्र में सभी महिला प्रत्याशियों में सबसे अधिक शिक्षित उम्मीदवार के रूप में उभरी हैं। महिला सशक्तिकरण को अपना ध्येय बनाते हुए वे न केवल महिलाओं को जागरूक कर रही हैं, बल्कि उन्हें उनके अधिकारों के प्रति प्रतिबद्ध रहने की प्रेरणा भी दे रही हैं। शबनम अंजुम का यह अंदाज उन्हें महिलाओं के बीच खासा लोकप्रिय बना रहा है। चुनावी रणनीति में शबनम अंजुम ने जहां शिक्षित मतदाताओं का ध्यान आकर्षित किया है, वहीं उनके पति अकरम साबरी का अनुभव उनकी ताकत बढ़ा रहा है। समर्थकों का कहना है कि शबनम अंजुम का संयमित प्रचार और जमीनी मुद्दों को समझने की उनकी क्षमता उन्हें विजेता बना सकती है। सियासी पंडितों की नजर में, पिरान कलियर का यह चुनावी अखाड़ा इस बार दिलचस्प मोड़ लेने वाला है। जनता की पसंद और उम्मीदवारों की कार्यशैली चुनावी नतीजों में अहम भूमिका निभाएगी।