उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड सीईओ द्वारा जारी गाइडलाइन का उलंघन कर पन्द्रह दिन के बाद भी कर्मियों को ग्लब्स व मास्क ,सेनिटाइजर नही उपलब्ध करा पाया दरगाह प्रबंधक,,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
जिनसे फूलों का तख्दूस ना सम्भाला जाये,
ऐसे नाएहलो को गुलशन से निकाला जाये,,
कोविड 19 की गाइड लाइन की लगातार धज्जियां उड़ाई जाकर हफ्ता भर से अधिक समय से प्रबंधक हारून अली का कोई आता पता नही चल रहा है।क्योंकि हमेशा से ही दरगाह प्रबंधक अलविदा जुमा व ईद के दिन दरगाह कार्यालय पर उपलब्ध रहकर किसी भी कार्य के लिये जिम्मेदारी निभाता रहा है।लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि इस महामारी के समय मे लगभग हफ़्तों पूर्व ही दरगाह प्रबंधक पधारे थे। 1 मई को सीईओ वक्फ बोर्ड (आईएएस) अहमद इक़बाल ने गाइड लाइन जारी कर दरगाह को आम ओर खास के लिये बन्द करा कर कर्मियों को तत्काल मास्क,ग्लब्स व सेनिटाइजर उपलब्ध कराने के आदेश दरगाह प्रबंधक को दिये थे,लेकिन दरगाह प्रबंधक ने आज तक कोई मास्क,ग्लब्स ओर सेनिटाइजर दरगाह कर्मियों को उपलब्ध नही कराये है।

