प्रतियशियो की धड़कने हुई तेज,,,हार के डर से याद आई काजी निजामुद्दीन को दरगाह साबिर पाक की याद,,,,।

प्रतियशियो की धड़कने हुई तेज,,,हार के डर से याद आई काजी निजामुद्दीन को दरगाह साबिर पाक की याद,,,,।

प्रतियशियो की धड़कने हुई तेज,,,हार के डर से याद आई काजी निजामुद्दीन को दरगाह साबिर पाक की याद,,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा
जनपद हरिद्वार सहित उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के विभिन्न पार्टियों के प्रत्यासी दुआ कराने व मन्नते मांगने के लिये सूफी संतों की मजार पर हाजरी लगाकर चुनाव में अपनी अपनी जीत की आस्थाओं के साथ कलियर दरगाह सबीरे पाक की दरगाह में हाजरी लगा रहे है।जबकि कुछ नेतागणों को चुनाव से पूर्व व पिछले पांच सालों में इन दरबारों में नही देखा गया है ओर मतगणना के एक दिन पूर्व सूफी संतों के मजार पर हाजरी लगाकर अपनी जीत की कामना कर रहे है।इसी कड़ी में मंगलौर विधानसभा से वर्तमान विधायक व 2022 के कोंग्रेस प्रत्यासी काजी निजामुद्दीन ने आज बुधवार को कलियर पहुंचकर दरगाह साबिर पाक में साथियो सहित हाजरी लगाकर अपनी जीत की दुआ की। दरगाह साबिर पाक में काजी निजामुद्दीन को पहली बार देखकर आस्थावान लोगो मे यह चर्चा भी हुई है कि पांच साल विधायक रहते काजी निजामुद्दीन ने कलियर दरगाह सबीरे पाक के सौन्दर्यकरण व विकास की तो कोई बात ही नही की बल्कि इनको यहां की हाजरी भी याद नही थी।अब चुनाव में उलझे समीकरण को सुलझाने की दुआ के लिये उन्होंने दरगाह सबीरे पाक में हाजरी लगाने को मजबूर कर दिया है। क्षेत्र में चर्चा इस बात को लेकर हो रही है कि हार के डर से सताये प्रत्यासी को भी अब सबीरे पाक की याद गयी है ।

उत्तराखंड