मुंबई के आस्थावान बाबा सुफियान ने गद्दीनशीन की सरपरस्ती में दरगाह सबीरे पाक के 13 किलो चांदी व नायाब पत्थरो से तैयार गेट को किया पेश,,,।

मुंबई के आस्थावान बाबा सुफियान ने गद्दीनशीन की सरपरस्ती में दरगाह सबीरे पाक के 13 किलो चांदी व नायाब पत्थरो से तैयार गेट को किया पेश,,,।

मुंबई के आस्थावान बाबा सुफियान ने गद्दीनशीन की सरपरस्ती में दरगाह सबीरे पाक के 13 किलो चांदी व नायाब पत्थरो से तैयार गेट को किया पेश,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा
दरगाह सबीरे पाक में दान देने वाले अस्थावां लोगो की कोई कमी नही है बल्कि आस्थावान लोग यहां दिल खोलकर दान करते है।उसी कड़ी में तत्कालीन गद्दीनशीन शाह अब्दुर्रहीम के द्वारा सबीरे पाक मजार शरीफ के गेट चांदी से बने लगाए गये थे।काफी समय बीत जाने पर उन गेटों की चांदी कमजोर होकर टूटने लगी थी।इससे पूर्व चांदी के बने एक गेट को दोबारा पंजाब के एक जायरीन के द्वारा लगवाया गया था।मुम्बई की खानकाह बज़्मे तसलिया के गद्दीनशीन सुफियान ने दक्षणी गेट को बदलने की पेशकश की थी।

प्रशासन की अनुमति मिलने के बाद पुराने दरवाजे को बदलने का कार्य शुरू किया गया ओर पुराने दरवाजे से निकली 10 किलो चांदी में अपने पास से 3 किलो चांदी मिलाकर बाबा सुफियान के द्वारा नायाब पत्थरो में जड़ा दरवाजा गद्दीनशीन शाह अली मंजर एजाज साबरी की सरपरस्ती में बुधवार को बाद नमाज फज्र के बाद दरवाजे को आस्ताने साबिर पाक के दक्षणी गेट पर पेश किया गया।इस मौके पर शाह यावर अली ,शाह नॉमी मिया,शाह खालिक मिया,आदिल हबीब,असद साबरी,अब्दुल आहद, गुलशद सिद्दीकी,मनव्वर अली मियां साहब,सफीक साबरी,शाह गाजी आदि मौजूद रहे।

उत्तराखंड