उत्तराखण्ड में बसपा के शांत पानी में क्यों कंकड़ फेंक रहे इमरान मसूद,,,
बसपा विधायकों पर तंज कसने से क्या हो पायेगी बसपा उत्तराखण्ड में मजबूत,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
जिला पंचायत चुनाव में पार्टी के प्रदेश नेतृत्व की गलत नीतियों का खमियाजा भुगत कर धराशायी हुई बसपा को मजबूत करने के लिये पार्टी अब नये नये नेताओ से पार्टी की मजबूती करने का जो मंसूबा बनाने की ओर चली है उसकी हवा नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी ने कल नन्हेड़ा अनन्तपुर के कार्यकर्ता सम्मेलन में निकलने की कोशिश की है।क्योंकि अलग अलग पार्टीयो की सवारी कर चुके सहारनपुर के इमरान मसूद को उसकी वाणी की ही वजह से बड़बोला नेता व अन्य संज्ञाओं से नवाजा जाता है।वही बसपा में शामिल होकर पार्टी को कितना ऊंचा उठाएंगे यह तो आने वाला वक्त ही तय करेगा फिलहाल उनको अपने आपको ऊंचा उठाने की ज्यादा जदोजहद है।वही उत्तराखण्ड में तिरस्त्रीय पंचायत चुनाव के बाद पार्टी की अंदरूनी कलह उस समय सामने आई थी जब पार्टी दोनों विधायको ने प्रदेश नेतृत्व पर प्रेस वार्ता में सवाल खड़े कर दिये थे ,जिनका जवाब भी प्रदेश नेतृत्व आज तक नही दे पाया।अब अपनी किरकिरी कराये प्रदेश नेतृत्व ने सहारनपुर के कथित कद्दावर नेता जो अभी अभी प्रदेश बसपा प्रभारी बने है उसके सहारे विधायको को नजरंदाज कर बसपा को मजबूत करने का सपना संजोया ओर बैठकों में इस बार मुस्लिम दलित समीकरण को बनाकर उत्तराखण्ड में सरकार बनाने का दावा जोरशोर से कर रहे है।वहीं जनता में इस बात को लेकर बसपा के प्रति नाराजगी पनप रही है कि बसपा के सिर्फ दो विधायको को सँजोये नही रखने वाली बसपा अब क्या बाहरी के सहारे सरकार बनाने में सफल हो पायेगी।वही बसपा प्रभारी इमरान मसूद ने तंज भरे लहजे में दोनों ही विधायको पर टिपणी कर आग में घी डालने का काम कर दिया है इस बात को लेकर जनता में तरह तरह की चर्चाएं बसपा प्रदेश पदाधिकारियों की कार्यशैली को लेकर व्याप्त हो रही है।अब ऐसे में देखना यह है कि इमरान मसूद अपने बड़बोले अंदाज से कितना बसपा को मजबूत कर पायेंगे।