ब्लैकमेल व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन कर राजनैतिक दबाव बनाकर खबरों का प्रसारण बन्द कराने के उद्देश्य से उमेश का आधारहीन तथ्यों पर आधारित नोटिस, मीडिया की आवाज बन्द करने का प्रयास,,,
भाजपा नेताओं से घनिष्ठ मित्रता व स्वयं पर लगे स्टिंग व अन्य दर्जनों गम्भीर अपराधों से सम्बन्धित मीडिया की आवाज को दबाने का किया जा रहा प्रयास,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
रुड़की के पत्रकारों व निवर्तमान खानपुर के विधायक के बीच मतभेद होने के बाद गाजियाबाद के यूपी से पैरासूट होकर पहुंचे उमेश कुमार ने यहां के पत्रकारों का सहारा लेकर खानपुर क्षेत्र से निर्दलीय विधायक बनने का सफर तय किया है। फिर भी इस उमेश कुमार निर्दलीय विधायक पर देश के विभिन्न प्रदेशों के विभिन्न थानों में ब्लैकमेलिंग तथा षड्यंत्र व स्टिंग से सम्बंधित दर्जनों आपराधिक मुकद्दमे दर्ज हो चुके है।साथ ही साथ सबसे चौकाने वाला मामला तब जनता के सामने आया जब पूरे 2022 के विधान सभा चुनाव में भाजपा ,बसपा,कोंग्रेस को पानी पी पीकर कोसने व जनता को बहकाने के बाद जब निर्दलीय रूप से विधायक बना उसके बाद पहली हाजरी गुलदस्ता लेकर भाजपा के महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय व उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को थमाकर हाजरी लगाई गयी। अगर इस घटनाक्रम व भाजपा के नेताओ से घनिष्ठ मित्रता से सम्बंधित मीडिया में खबर का प्रसारण होता है तो वही पत्रकारों का हितेषी व अपने आपको कई टीवी चैनलों का सीईओ बताने वाला पत्रकार उमेश कुमार अब विधायक बनने के बाद अभिव्यक्ति की मीडिया की आवाज को राजनीतिक अनुचित दबाव व मिथ्या व आधारहीन कपोल तथ्यों को आधार बनाकर रुड़की के ब्यूरो प्रमुख रुड़की बुलेटिन न्यूज़ के ब्यूरो प्रमुख अनवर राणा को यूपी गाजियाबाद के एक वकील के जरिये 5 करोड़ का नोटिश दिलवाकर अभिव्यक्ति की प्रेस की स्वतंत्रता का गला घोंटने में लगा है।लेकिन साक्ष्य के आधार पर निष्पक्ष खबरे प्रसारण बन्द करने का उनका मनसूब बिल्कुल सफल नहीं होगा। कर्मठ,निष्पक्ष ओर ईमानदार पत्रकार साक्ष्य के आधर पर अपने पोर्टल/चेनल पर भविष्य में भी खबर अवश्य प्रसारित करता रहेगा चाहे कोई कितना भी राजनेतिक अनुचित दबाव बनाने के साथ ही पत्रकारिता की अभिव्यक्ति का हनन करने का क्यों न प्रयास करे ।