भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री के खासमखास व भाजपा द्वारा नामित पार्षद की जनता गैराज रुड़की में सुनवाई,,,

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री के खासमखास व भाजपा द्वारा नामित पार्षद की जनता गैराज रुड़की में सुनवाई,,,

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री के खासमखास व भाजपा द्वारा नामित पार्षद की जनता गैराज रुड़की में सुनवाई,,,

सरकारी जमीन से मजार शिफ्ट करने का जिला अधिकारी ने सुझाया फार्मूला,प्रतिनिधिमंडल सहमत नहीं,,,

रुड़की।
अनवर राणा
उत्तराखण्ड प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा मजार जिहाद नामक अभियान से क्षुब्ध लोगों में पुराने मजारात तोड़ने से रोष उतपन हो रहा है,जिसकी बाबत शासन प्रशासन से पुराने मजारों को न हटाने की मांग लगातार की जा रही है।हरिद्वार में बहादराबाद पनचक्की पर स्थित मजार को तोड़ने पर मुस्लिम लोगों में आस्था को लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बीच प्रशासन की इस कार्यवाही को एकतरफा कार्यवाही कहा जा रहा है।प्रशासन ने सरकारी भूमि पर बने कुछ मजार को हटाने से सम्बंधित नोटिस जारी किये जा रहे है।उसी सम्बन्ध में लक्सर विधायक हाजी सहजाद व पूर्व विधायक काजी निजामुदीन तथा कलियर दरगाह के गद्दीनशीन अली शाह मियां ने प्रशासन द्वारा की जा रही कार्यवाही का विरोध किया गया है।उसी सम्बन्ध में भाजपा के पांच बार के विधायक एवं पूर्व अध्यक्ष व पूर्व केबिनेट मंत्री के खासमखास कार्यकर्ताओ ने प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद तथा भाजपा द्वारा नामित हरिद्वार नगर निगम में पार्षद हारून खां व हाजी सादाब कुरेशी के नेतृत्व में जनता गैराज रुड़की में हाजरी लगाकर मदद मांगी जाने से लोगों में तरह तरह की चर्चा व्याप्त है। रुड़की गेराज में पहुंचे नामित पार्षद व भाजपा विधायक के कार्यकर्ताओं की सुनवाई खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार ने करते हुवे जिला अधिकारी हरिद्वार से इन लोगों का पक्ष सुनाने के लिये समय लिया गया।आज उसी सम्बन्ध में जिला अधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय से मिलकर विकास कार्यो में आने वाले मजार न तोड़े जाने का पक्ष विधायक के साथ मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने रखा ,जिसपर जिला अधिकारी ने मजार शिफ्ट करने के सम्बंध में बीच का रास्ता निकाला लेकिन प्रतिनिधि मंडल ने शिफ्टिंग से आस्था की अनदेखी होने की बात कर उस फार्मूले को वहीं निरस्त करने की जानकारी बाहर आई है।अब सबसे ज्यादा सवाल इस बात को लेकर उठ रहे है कि भाजपा का नामित पार्षद व कार्यकर्ता भाजपा के विधायक के पास न जाकर जनता गेराज पहुंचकर सुनवाई कराने को क्यों मजबूर हुआ क्या भाजपा के विधायक की जिला प्रशासन नहीं सुनता या फिर जिस बात की चर्चा व सम्भावना पूर्व में ही जनता के सामने आ चुकी है कि निर्दलीय विधायक की भाजपा के कुछ नेताओं से गहरी मित्रता ही संयोग बना यह चर्चा जनता में हो रही है ओर इस पूरे घटनाक्रम से ऐसी सम्भावनाओ को बल भी मिलता दिखाई दे रहा है।लेकिन पूरी बात तो भाजपा के नामित पार्षद व कार्यकर्ता ही जानते है आखिर क्यों जनता गैराज में सुनवाई के लिये पहुंचना पड़ा”’?

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