लंगर व्यवस्था में प्रबंधक द्वारा चोरी बन्द करने से किसको हुआ नुकसान,,,कर्मियों को किसने उकसाया होनी चाहिये जांच,,,

लंगर व्यवस्था में प्रबंधक द्वारा चोरी बन्द करने से किसको हुआ नुकसान,,,कर्मियों को किसने उकसाया होनी चाहिये जांच,,,

लंगर व्यवस्था में प्रबंधक द्वारा चोरी बन्द करने से किसको हुआ नुकसान,,,कर्मियों को किसने उकसाया होनी चाहिये जांच,,,

रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह लंगर में खाना बनाना वाले कर्मियों की वीडियो वायरल होने ओर प्रबंधक द्वारा ईमानदारी व पारदर्शिता से लंगर का इंतजाम चलाने से क्यों खफा हुवे लंगर कर्मी इसकी चर्चा जोरों पर हो रही है।क्योंकि जिन कर्मियों की वीडियो वायरल हुई है उनमें कुछ कर्मी वे भी है जो दरगाह का सामान बेचने के एवज में पूर्व तत्कालीन प्रबंधक सफीक व सुपरवाइजर लंगर की रिपोर्ट के द्वारा कुछ समय के लिये नोकरी से निकाल दिया गया था ओर फिर बाद में किसके आदेश पर रखा गया इसकी कोई जानकारी दफ्तर में भी नहीं मिलती।वायरल वीडियो में लंगर कर्मियों ने तनख्वाह कम ओर समय पर नहीं मिलने का जिक्र किया ओर काम ज्यादा लेने व बीमारी में छुट्टी नहीं मिलने का भी बखान किया।लेकिन असली वजह का कोई जिक्र नहीं किया क्योंकि अब से पूर्व लंगर इंचार्ज व लंगर कर्मी मिलकर लंगर की रोटियों को बेचने का काम करते थे।जो इस नई व्यवस्था से खत्म हो चुकी है।अब लंगर इंचार्ज व लंगर कर्मियों को कोई एक्स्ट्रा आय नहीं होने के दर्द से ही इन गरीब लोगों को सामने रख अपना उल्लू साधते हुवे पीछे से कोई ओर ही फोर्स करता दिखाई दे रहा है।आपको बता दे अब से पूर्व लंगर में प्राप्त हुवे दान का कोई हिसाब किताब नहीं रहा है ओर वर्षो दान का लंगर कर्मियों के पेट मे गया जो दर्द बयान नहीं कर दूसरी तरफ से दर्द बयान किया गया है,जिसकी चर्चा क्षेत्र में जोरो पर हो रही है।आस्थावान लोगों का कहना है कि लंगर खाने के कर्मियों के दर्द की जांच कर सम्बन्धित पर्दे के पीछे वाली ताकत के खिलाफ कार्यवाही की जाये।

उत्तराखंड