वक्फ बोर्ड में दर्ज दरगाह की लाखों की आय खुर्दबुर्द कराने पर वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली पर लगा प्रश्नचिन्ह,,,

वक्फ बोर्ड में दर्ज दरगाह की लाखों की आय खुर्दबुर्द कराने पर वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली पर लगा प्रश्नचिन्ह,,,

वक्फ बोर्ड में दर्ज दरगाह की लाखों की आय खुर्दबुर्द कराने पर वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली पर लगा प्रश्नचिन्ह,,,

वक्फ बोर्ड में 4508 पर दर्ज दरगाह पर एक वक्फ माफिया काबिज , ऑडिट व आय व्यय का ब्यौरा लेने में नाकाम उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड , जिम्मेदार कौन,,,?

रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली से ही वक्फ की जायदादों पर वक्फ माफियाओ का कब्जा होता चला आ रहा है।प्रदेश में अनेक ऐसे मामले है जिनमे वक्फ बोर्ड उत्तराखण्ड के अधिकारियों व कर्मचारियों की मार्फ़त वक्फ माफियाओ के कब्जे वक्फ सम्पत्तियों पर होते रहे है। ऐसा ही एक मामला दरगाह साबीर पाक के खादिम रहे बाबा जिलानी की दरगाह वक्फ बोर्ड में 4508 नम्बर पर दर्ज होने के बावजूद यहां पर एक वक्फ माफिया के कब्जे में चल रही है। बाबा जिलानी की दरगाह से होने वाली आय का कोई वार्षिक ब्यौरा भी वक्फ बोर्ड को नहीं दिया जा रहा है।हैरतअंगेज बात यह है कि वक्फ बोर्ड में दर्ज किसी भी दरगाह के आय व्यय का ब्यौरा व सालाना ऑडिट होना लाजमी होता है। प्रत्येक दरगाह जो वक्फ बोर्ड में दर्ज है उसकी आय का 7% रकम वक्फ बोर्ड में जमा करना होता है,लेकिन बाबा जिलानी की दरगाह की आय व्यय का कोई ब्यौरा वक्फ बोर्ड को नहीं दिया जाना ओर इस दरगाह पर वक्फ बोर्ड के द्वारा कोई कमेटी गठित नहीं करने से वक्फ माफियाओ को वक्फ की आय प्राप्त हो रही है।जिसमें वक्फ बोर्ड व वक्फ माफिया की साँठगाँठ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।ऐसे में वक्फ बोर्ड में दर्ज दरगाह बाबा जिलानी की दरगाह से होने वाली सालाना लाखों की आय खुर्दबुर्द करने के पीछे किसका हाथ है ओर कौन इसका जिम्मेदार है यह बड़ा सवाल वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।

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