अपने खास यादगार पलो व अपनो के नाम पर एक पौधा रोपकर इस धरती को उपहार में देने की डॉ त्रिलोक सोनी व उनकी धर्मपत्नी ने की जनता से अपील ,,,

अपने खास यादगार पलो व अपनो के नाम पर एक पौधा रोपकर इस धरती को उपहार में देने की डॉ त्रिलोक सोनी व उनकी धर्मपत्नी ने की जनता से अपील ,,,

त्रिलोक सोनी व उनकी धर्मपत्नी ने मुम्बई में अपने जैकेट के पीट पर लिखा(मेरा पेड़-मेरा दोस्त का संदेश)पर्यावरण को बचाने का दिया सन्देश,,,

अपने खास यादगार पलो व अपनो के नाम पर एक पौधा रोपकर इस धरती को उपहार में देने की डॉ त्रिलोक सोनी व उनकी धर्मपत्नी ने की जनता से अपील

देहरादून:

ब्यूरो।

गोवा के बाद अब मुम्बई शहर में भी दे रहे हैं वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी व किरन सोनी पर्यावरण संरक्षण, संवर्द्धन व “मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा वृक्ष-मेरा मित्र)” अभियान का संदेश और शादी, शादी की सालगिरह, जन्मदिन, अन्नप्राशन,  प्रथम नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानान्तरण, सेवानिवृत्त, अपने माता पिता, बच्चों के नाम व अपने खास दिवसों, यादगार पलो पर एक एक पौधा दोस्त व मित्र बनाकर लगाने तथा अपने अतिथियों के स्वागत में फूलों के गुलदस्ते के बजाय एक पौधा उपहार में देने की अपील कर रहे हैं। डॉ सोनी ने अपने हरे जैकेट (सदरी) के पीठ पर “मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा वृक्ष-मेरा मित्र)” व “आओ मिलकर हरित प्रदेश, देश व विश्व को बनायेंगे” लिखा है जिसे पहनकर दोनों पति पत्नी हरे वस्त्रों से जन जन को पर्यावरण संरक्षण व  बचाने के लिए जागरूक व प्रेरित कर रहे हैं डॉ सोनी व किरन सोनी ने मुम्बई शहर के साकीनाका, गेट ऑफ इंडिया, छत्रपति शिवाजी म्यूजियम, आर्ट गैलरी, अंधेरी, सांताक्रूज, जुहू चौपाटी, मेरिन्ड्राई, भिंडी बाजार,  हैंगिग गार्डन, घाट कूपर वसई में जाकर “मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा वृक्ष-मेरा मित्र)” अभियान का संदेश दिया और जन जन से आह्वान पर्यावरण संरक्षण, संवर्द्धन व अपने खास यादगार पलो व अपनो के नाम पर एक पौधा रोपकर इस धरती को उपहार में देने की अपील की।मुम्बई शहर में दे रहे हैं डॉ त्रिलोक सोनी मेरा पेड़-मेरा दोस्त का संदेश।
देहरादून: गोवा के बाद अब मुम्बई शहर में भी दे रहे हैं वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी व किरन सोनी पर्यावरण संरक्षण, संवर्द्धन व “मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा वृक्ष-मेरा मित्र)” अभियान का संदेश और शादी, शादी की सालगिरह, जन्मदिन, अन्नप्राशन, प्रथम नियुक्ति, पदोन्नति, स्थानान्तरण, सेवानिवृत्त, अपने माता पिता, बच्चों के नाम व अपने खास दिवसों, यादगार पलो पर एक एक पौधा दोस्त व मित्र बनाकर लगाने तथा अपने अतिथियों के स्वागत में फूलों के गुलदस्ते के बजाय एक पौधा उपहार में देने की अपील कर रहे हैं। डॉ सोनी ने अपने हरे जैकेट (सदरी) के पीठ पर “मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा वृक्ष-मेरा मित्र)” व “आओ मिलकर हरित प्रदेश, देश व विश्व को बनायेंगे” लिखा है जिसे पहनकर दोनों पति पत्नी हरे वस्त्रों से जन जन को पर्यावरण संरक्षण व बचाने के लिए जागरूक व प्रेरित कर रहे हैं डॉ सोनी व किरन सोनी ने मुम्बई शहर के साकीनाका, गेट ऑफ इंडिया, छत्रपति शिवाजी म्यूजियम, आर्ट गैलरी, अंधेरी, सांताक्रूज, जुहू चौपाटी, मेरिन्ड्राई, भिंडी बाजार, हैंगिग गार्डन, घाट कूपर वसई में जाकर “मेरा पेड़-मेरा दोस्त (मेरा वृक्ष-मेरा मित्र)” अभियान का संदेश दिया और जन जन से आह्वान पर्यावरण संरक्षण, संवर्द्धन व अपने खास यादगार पलो व अपनो के नाम पर एक पौधा रोपकर इस धरती को उपहार में देने की अपील की।

उत्तराखंड