बीएसएम शिक्षण संस्थान पर नाम बदलकर ट्रस्ट बनाने व अन्य कई गम्भीर आरोप लगा ब्राह्मण समाज के जागरूक लोगों ने की प्रेस वार्ता ,,,
50 वर्ष से चले आ रहे नाम से भी प्रबंध कमेटी ने छेड़छाड़ कर की चतुराई,,,?
रुड़की:
अनवर राणा।
भारतीय ब्राह्मण समाज रुड़की ने बी.एस.एम. बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले प्रेस कांफ्रेंस कर बीएसएम शिक्षण संस्थान के प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए है। भारतीय ब्राह्मण समाज (पंजी.) के अध्यक्ष सतीश कुमार शर्मा ने बताया ब्राह्मण समाज के सहयोग से वर्ष 1934 में स्थापित “ब्राह्मण संस्कृत पाठशाला” रुड़की जो आज भारतीय संस्कृत महाविद्यालय के रूप में संचालित हैं। इसके अंतर्गत बी.एस.एम्. (पी.जी.) कॉलेज रुड़की, बी.एस.एम्. इंटर कॉलेज रुड़की का संचालन हो रहा हैं और मालवीय चौक रुड़की पर बी.एस.एम्.मोंटेसरी स्कूल का भी संचालन होता था।जिसे वर्तमान में तथाकथित प्रबंध समिति ने बंद कर दिया हैं। आरोप है कि इस बी.एस.एम. मोंटेसरी स्कूल मालवीय चौक रुड़की की बहुमूल्य जमीन को भी मनोहर लाल एंड कंपनी द्वारा कमर्शियल/व्यावसायिक मार्किट बनाए जाने की योजना हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि तीनो बी.एस.एम. (पी.जी.) कॉलेज रुड़की, बी.एस.एम. इंटर कॉलेज रुड़की व बी.एस.एम. मोंटेसरी स्कूल मालवीय चौक रुड़की बी.एस.एम. महासभा के अंतर्गत संचालित होते थे। जिसे मनोहर लाल एंड कंपनी ने वर्ष 2015 में इसे निजी ट्रस्ट /बी.एस.एम. चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर बड़ा फर्जीवाडा किया हैं। उन्होंने बताया इस ट्रस्ट का फर्जी चुनाव वर्ष 2020 में, उस समय किया जाना दिखाया गया जब पूरे देश में लॉक डाउन लगा हुआ था और किसी को भी कही आने जाने की अनुमति नहीं थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि बी.एस.एम. अब भारतीय संस्कृत महाविद्यालय ना होकर अब बलवंत सिंह मुखिया हो गया हैं। जबकि मनोहर लाल शर्मा परिवार का इस संस्था की स्थापना और विकास में कोई योगदान नहीं रहा हैं ।
आरोप है कि बी.एस.एम. (पी.जी.) कॉलेज रुड़की कॉलेज का मुख्य द्वार मनोहर लाल शर्मा ने अपने पिताजी के नाम पर बलवंत सिंह मुखिया स्मृति द्वार रखा हैं। जबकि इस संस्था में भूमि दान करने वाले व अन्य बड़ा सहयोग करने वाले समाज सेवियों को कोई सम्मान नहीं दिया गया हैं। इसी तरह बी.एस.एम्. इंटर कॉलेज के मुख्य द्वार पर 50 वर्षों से अधिक समय से सीमेंट से लिखा हुआ ब्राह्मण संस्कृत महाविद्यालय को भी खुरच कर उसके ऊपर साइन बोर्ड लगा दिया।
प्रेस कांफ्रेंस करने वाली समिति ने आरोप लगाया है कि मनोहर लाल शर्मा का पुत्र रजनीश शर्मा बी.एस.एम.पी.जी. कॉलेज, रुड़की जो राज्य सरकार के द्वारा अनुदानित महाविद्यालय हैं उसका निदेशक बना हुआ हैं जो कि पूरी तरह से फर्जी है। स्व वित पोषित पाठ्यक्रम (बी.कॉम, एम.कॉम, बी.एस.सी. एम.एस.सी. के साथ एम.ए. के कई विषय ) जो की महाविद्यालय में चल रहे हैं उस सब में फर्जी मनोहर लाल शर्मा का पुत्र रजनीश शर्मा अपने हस्ताक्षर करता हैं जबकि अनुदानित महाविद्यालय में स्व वित पोषित पाठ्यक्रम में प्राचार्य के हस्ताक्षर होने चाहिये इन सब वित पोषित पाठ्यक्रम से लाखों रूपये की कमाई होती हैं, जो ये सब डकार जाते हैं जब भी सरकार के द्वारा ऑडिट होता हैं तो ये उस समय स्व वित पोषित पाठ्यक्रम की कमाई का कभी भी जिक्र नहीं करते और फर्जी ऑडिट करवा देते है।
बी.एस.एम. (पी.जी.) कॉलेज, रुड़की जो राज्य सरकार के द्वारा अनुदानित महाविद्यालय हैं उसमें दो निजी संस्थान चलाये जा रहे हैं और सरकार को गुमराह करने के लिए नाम एक तरह के बना दिए गए। बी.एस.लॉ कॉलेज, रुड़की जिसका पूरा नाम बलवंत सिंह मुखिया लॉ कॉलेज हैं। बी.एस.बी.एड.कॉलेज, रुड़की जिसका पूरा नाम बलवंत सिंह मुखिया बी. एड. कॉलेज हैं। जबकि बी.एस.एम.(पी.जी.)कॉलेज, रुड़की जो राज्य सरकार के द्वारा अनुदानित महाविद्यालय हैं इसका नाम भारतीय संस्कृत महाविद्यालय हैं। एक नाम को लेकर सरकार और शासन को गुमराह किया जा रहा हैं। किसी सरकार के द्वारा अनुदानित महाविद्यालय परिसर में अन्य निजी महाविद्यालय का संचालन किया जा सकता हैं यह भी जाँच का विषय हैं।मुख्य रूप से अध्यक्ष सतीश कुमार शर्मा, महामंत्री अरुण कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष विजय (शर्मा (बिट्टू शर्मा) कुमार, अनिता शर्मा, डॉ. सम्राट सुधा, प्रमोद शर्मा एडवोकेट आदि शामिल रहे।