प्रबंधक की घोर लापरवाही आयी अधिकारियों के सामने, वक्फ कार्यालय से हुई महत्वपूर्ण फाइले गायब:
प्रशासक/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की की चेतावनी का नहीं कोई असर,,,क्या सम्बन्धित के खिलाफ होगी एफआईआर,,,?
कलियर।
अनवर राणा।
प्रदेश भाजपा सरकार की जीरो टोलरेंश की नीति को पलीता लगाये जाने का कलियर स्थित वक्फ दरगाह कार्यालय में फाइले गायब होने का यह पहला मामला नहीं है बल्कि अब इस प्रकरण के सामने आने पर यह देखने वाली बात होगी कि यहां पर पूर्व के जिम्मेदारों ने कितनी फाइले गायब कर वक्फ की आय को कैसे कैसे आईएएस अधिकारियों की नाक के नीचे नुकसान पहुंचाया है।अभी 17 अगस्त को इस सम्बंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की के द्वारा ठेकेदारों से सम्बंधित एक फाइल तलब की गई तो उसमें चोकाने वाला मामला प्रकाश में आया है।दरगाह के वार्षिक ठेके लेने वाले ठेकेदारों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की से शिकायत की थी कि दरगाह प्रबंधक रजिया खान द्वारा पूर्व में दी गयी बैंक एफडीआर वापिस नही की जा सकी जिसकी वजह से हम अब ठेकों में भाग नहीं ले सके है ओर दरगाह को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।शिकायत का संज्ञान लेने पर मामले का खुलासा फाइल गायब होने के रूप में आया तो ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की ने पत्र लिखकर प्रबंधक की घोर लापरवाही मानते हुवे 2 दिन के भीतर प्रबंधक को अपना पक्ष रखने की चेतावनी देते हुवे पत्र की प्रतिलिपि जिला अधिकारी हरिद्वार व मुख्य कार्यपालिका अधिकारी वक्फ बोर्ड को भी भेज दी गयी थी,लेकिन जानकारी ये मिल रही है कि जिस फाइल में ठेकेदारों की एफडीआर रखी हुई थी वो फाइल ही कार्यालय से गायब हो चुकी है।अब इस बात को लेकर क्षेत्र में चर्चा बनी हुई है कि जब इतनी महत्वपूर्ण फाइल कार्यालय से गुम हो गयी तो फिर यहां पर जो अधिकारियों के द्वारा जांच से सम्बंधित ,कर्मियों की अवैध नियुक्ति व अन्य फाइल है वो भी बड़ी ही आसानी से भृष्टाचारी कर्मी गायब कर देते होंगे क्योंकि यहां पर नये आने वाले प्रबंधक को पुराने के द्वारा किये गये गलत कारनामो की कोई फाइल मिलती ही नहीं जिसकी वजह है कि उनके खिलाफ इसी लिये कोई कार्यवाही नहीं हुई है।अब देखना यह है कि इस मामले में दरगाह प्रशासक/जिला अधिकारी हरिद्वार व मुख्य कार्यपालक अधिकारी वक्फ बोर्ड सम्बन्धित के खिलाफ एफआईआर कराते है या नहीं यह बड़ा सवाल है।