लूट मची है चारो ओर ,उर्स 2023 में हो रहा शोर,
मास्टरनी है या साहब चोर, या है कोई ओर,,,?
पुलिस प्रशासन कुम्भ जैसे आयोजन में हर बार लगाता है बेरिकेटिंग, चोरी का अद्भुत मामला इस बार दान के पैसे से भी मास्टरनी साहिबा ने ब्रेकेटिंग सहारनपुर निर्माण एजेंसी से बनवाये,,,
कलियर।
अनवर राणा।
दरगाह साबीर पाक के 755 वें उर्स मुबारक की व्यवस्थाओं के नाम पर साहब ओर मास्टरनी साहिबा दिन रात मेहनत कर दरगाह आय के पैसे खर्च कर जायरीनों की सहूलियत व व्यवस्था के नाम अपने चहेतों पर दिल खोलकर लुटाने में व्यस्त है।ऐसा हर साल ही दरगाह की आय के साथ मौके पर तैनात साहब करते चले आ रहे है,पिछले 754 वे उर्स की व्यवस्थाओं पर फिजूल खर्ची व कमीशन खोरी के करोड़ो रूपये के घपले घोटालों की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई ओर वित्तीय भ्र्ष्टाचार करने वाले तत्कालीन प्रबंधक/अकाउंटेंट अभी भी दान के पैसे की तनख्वाह प्राप्त कर महत्वपूर्ण पद पर यहां आसीन है। अब उसी वित्तीय भृष्टाचारी रास्ते पर ईमानदारी का चोला पहने मास्टरनी साहिबा ओर साहब उन्हीं भृष्टाचारियो को साथ लेकर दरगाह की आय को बन्दरबांट कर अपनी तिजोरी भरने में लग गये है जो पूर्व में अकाउंटेंट साहब की टीम ने दरगाह को नुकसान पहुंचाया है।ऐसे मामले एक नहीं अनेक है जहां से दरगाह को लाखों की आय होनी थी वहां पर पर्दे के पीछे से खेला कर अवैध कमाई की जा रही है ओर जहां खर्च करना है वहां अपने नेताओं को खुश करने के लिये बाकायदा स्टेज बनाकर करोड़ो रुपये खर्च किये जा रहे है।भाजपा की जीरो टोलरेंश की नीति को पलीता लगते हुवे मास्टरनी साहिबा अपने साहब की मार्फ़त दो जर्मन हेंगर सूफी नाइट के लिये दरगाह की धनराशि से ओर एक कव्वाली का टिन सेड का लंबा छोड़ा केम्प बनाकर भाजपा व भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा संगठन को समर्पित करने की चर्चा का शोर उर्स में आस्थावान लोगो की जुबान से सुनाई दे रहा है।यही नहीं अवैध बाजार अपने चहेतों की मार्फ़त लगवाकर ब्लेक कराने जैसी आवाजे भी क्षेत्र में घूम रही है। प्रशासन द्वारा सरकारी जमीनों व दरगाह इमाम साहब व हज हाउस से हटाया गया अवैध अतिक्रमण उर्स शुरू होने से पूर्व लगवाकर अवैध वसूली की गई ओर कुछ दुकानदारों को स्वयं सीलिंग की जमीन पर स्टे व केश साहब द्वारा ही छुपी खींचकर कराने की चर्चा भी जोर शोर से हो रही है। दरगाह की अवैध अतिक्रमण में साहिबा व साहब द्वारा लगवाई गयी दुकानों से मोटी रकम अपने चहेतों के द्वारा एकत्रित कराई जा रही है ओर राशिद दरगाह कार्यालय से मामूली रकम की राशिद दी जाने की भी व्यवस्था साहिबा ओर साहब के द्वारा बखूबी की जा रही है। यही नहीं नवाब बाजार में पिछले साल एसडीएम रुड़की के आदेश चार दुकान नीलम प्रकिया न होने के कारण सील की गयी थी अब उर्स 2023 शुरू होने के उपरांत मास्टरनी साहिब व साहब ने बिना किसी नीलामी प्रकिर्या व जिला प्रशासन के अधिकारी की अनुमति के ही उक्त दुकान अवैध कमाई के चक्कर में खुलवाकर दरगाह को लाखों रुपये महीना का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि भाजपा की जीरो टोलरेंश नीति पर चलने वाली सरकार की नाक के नीचे बिना नियम कायदे कानून के मुस्लिमो की मात्र एक संस्था उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड में पनप रहे भ्र्ष्टाचार पर कौन ओर कब रोक लग पायेगी,,,?