पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म दिवस पर शहर से देहात तक ईद मिलादुन्नबी की रही धूम,,,
हरिद्वार/रुड़की:
अनवर राणा।
ईद मिलादुन्नबी यानी पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म दिवस पर शहर से देहात तक ईद मिलादुन्नबी की धूम है। आसपास की दरगाहों पर चादरपोशी और फ़ातिहा के बाद ज्वालापुर समेत धनपुरा, घिससुपुरा, पदार्था, सलेमपुर, गढ़ मीरपुर बहादराबाद समेत आसपास के देहात से जत्थों के रूप में हजारों ज़ायरीन पैदल पिरान कलियर रवाना हुए। पथरी क्षेत्र से निकल गई तिरंगा चादर ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा और देशभक्ति का पैगाम दिया। इस मौके पर पैगंबर मुहम्मद साहब की तालीम पर अमल करते हुए ज्यादा से ज्यादा तालीम हासिल करने का संकल्प भी मुस्लिम समाज ने लिया। जुलूस और पैदल जत्थों में शामिल जायरीनों का जगह-जगह स्वागत किया गया। वहीं, ज्वालापुर में जुलूस ए मुहम्मदी के दौरान एक लीडर से डीजे गिरने से तीन बालक उसकी चपेट में आकर घायल हो गए। हादसा होने से अफरा तफरी मच गई।
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ज्वालापुर के अलग-अलग मोहल्ला से अंजुमन गुलामाने मुस्तफा की ब्रांच कमेटियों के बैनर तले चादर लेकर हजारों की तादाद में अकीदतमंद बाबा रोशन अली दरगाह पर पहुंचे। यहां फातिहाख्वानी के बाद कमेटी के सदर हाजी शफी खान, सेक्रेटरी हाजी शादाब कुरैशी, हाजी गुलज़ार अंसारी, अब्दुर्रहमान खान, हाफिज गुल सनव्वर साबरी, हाजी रफी खान आदि ने “जुलूस ए मुहम्मदी” का आगाज़ किया। कटहरा बाजार होते हुए जुलूस गढ़ी वाले पीर के नाम से मशहूर सैयद अमीर शाह की दरगाह पर रवाना हुआ। यहां से बड़ी तादाद में ज़ायरीन पिरान कलियर के लिए पैदल रवाना होंगे। जुलूस में हाजी अनीस खान, हाजी इरफान अंसारी, ठेकेदार अनीस पीरजी, कादर खान, इरफान पीरजी, ग्यास मंसूरी, तालिब ख्वाजा, आरिफ, शादाब, उम्रदराज़, शाहवेज, मोनू मंसूरी, सुहेल, अमन, जुबेर आलम, फ़ैज़ अहमद, फ़ज़ल, बिलाल समेत हजारों लोग मौजूद रहे।
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डीजे गिरने से मची अफरा तफरी
ज्वालापुर में सैकड़ो की संख्या में वाहनों पर डीजे लगाकर ज़ायरीन कव्वाली के धुन पर थिरकते हुए आगे बढ़ रहे हैं। जुलूस की शुरुआत में ही मोहल्ला हज्जाबान में एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। यहां एक लीडर से डीजे नीचे गिरने पर तीन बालक उसकी चपेट में आ गए। जिससे तीनों घायल हो गए। अचानक भारी भरकम डीजे नीचे गिरने और बच्चों की चीख़-पुकार से अफ़रा-तफरी मच गई। आनंद फानन में तीनों घायल बच्चों को नजदीक के एक प्राइवेट क्लीनिक ले जाया गया। एक बालक के हाथ और दूसरे के सिर में ज्यादा चोट आई है, जबकि तीसरा बालक भी घायल हुआ है। ऐसा बताया गया है कि डीजे लीडर पर सुरक्षित तरीके से नहीं बांधा गया था। डीजे की धमक तेज होने पर रस्सी खुल गई और स्पीकर नीचे आ गिरे। इसी तरह अन्य लीडर वाहनों पर भी भारी भरकम डीजे लगे हुए हैं और बड़ी तादाद में नौजवान और बालक डीजे के ऊपर झंडा लेकर सवार हैं। जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है। गौरतलब है कि पिछले साल जुलूस के समापन के दौरान गढ़ी वाले पीर के पास करंट लगने से एक घोड़े की मौत भी हो गई थी।