मोहनप पुत्र अमर सिंह “जियो और जीने दो” की थीम पर काम करते अब तक डेढ़ हजार से अधिक जहरीले सांपो का रेस्क्यू कर छोड़ चुके जंगल,,,

मोहनप पुत्र अमर सिंह “जियो और जीने दो” की थीम पर काम करते अब तक डेढ़ हजार से अधिक जहरीले सांपो का रेस्क्यू कर छोड़ चुके जंगल,,,

मोहनप पुत्र अमर सिंह “जियो और जीने दो” की थीम पर काम करते अब तक डेढ़ हजार से अधिक जहरीले सांपो का रेस्क्यू कर छोड़ चुके जंगल,,,

 

हरिद्वार:

अनवर राणा।

वन्यजीव प्रेमी के नाम से मशहूर खानपुर क्षेत्र के प्रहलादपुर गांव निवासी मोहनप पुत्र अमर सिंह “जियो और जीने दो” की थीम पर काम करते अब तक डेढ़ हजार से अधिक जहरीले सांपो का रेस्क्यू कर जंगल मे छोड़ चुके है। क्षेत्र के 50 से भी अधिक गाँव मे जब किसी के घर सांप आ जाता है तो वह वनविभाग को सूचना देने से पहले मोहन को सूचना देते है और सूचना पर तत्काल मोहन वहां पहुँचते है और सांप को बिना नुकसान पहुँचाए रेस्क्यू कर जंगल मे सुरक्षित छोड़ते है। मोहन की इस समाजसेवा का हर कोई कायल है। मनोज कहते है कि समाज मे जीव जंतुओं के प्रति वह नई जागृति लाने का प्रयास कर रहे है, और धीरे-धीरे लोग भी अब जागरूक हो रहे है।

हाल ही में दीपावली के दिन प्रहलादपुर निवासी इलमचंद शर्मा के मकान में एक सांप घुस आया, जिसको देख अफरा-तफरी मच गई। मकान मालिक ने तत्काल इसकी सूचना मोहन को दी, सूचना मिलते ही मोहन मौके पर पहुँचे और कड़ी मशक्कत के बाद सांप का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल मे छोड़ दिया। वन्यजीव प्रेमी मोहन कुमार ने बताया जिस तरह से इंसान को अपना शरीर प्यारा है उसी तरह से वन्यजीवों को भी अपने शरीर से प्यार होता है, कभी-कभी भटककर वन्यजीव आबादी में घुस आते है उनसे घबराना नही चाहिए, और ना ही उन्हें कोई नुकसान पहुँचाना चाहिए। उन्होंने बताया अब तक करीब डेढ़ हजार से भी ज्यादा सांपो का वह रेस्क्यू कर चुके है, इस काम की क्षेत्र के लोग खूब सराहना करते है लेकिन विभाग और सरकार से उन्हें आजतक कोई मदद नही मिल सकी। उन्होंने बताया इस सेवा से वह समाज मे नई जागृति लाने का प्रयास कर रहे है जिसमे वह काफी हद तक सफल भी हुए है।हरिद्वार: वन्यजीव प्रेमी के नाम से मशहूर खानपुर क्षेत्र के प्रहलादपुर गांव निवासी मोहनप पुत्र अमर सिंह “जियो और जीने दो” की थीम पर काम करते अब तक डेढ़ हजार से अधिक जहरीले सांपो का रेस्क्यू कर जंगल मे छोड़ चुके है। क्षेत्र के 50 से भी अधिक गाँव मे जब किसी के घर सांप आ जाता है तो वह वनविभाग को सूचना देने से पहले मोहन को सूचना देते है और सूचना पर तत्काल मोहन वहां पहुँचते है और सांप को बिना नुकसान पहुँचाए रेस्क्यू कर जंगल मे सुरक्षित छोड़ते है। मोहन की इस समाजसेवा का हर कोई कायल है। मनोज कहते है कि समाज मे जीव जंतुओं के प्रति वह नई जागृति लाने का प्रयास कर रहे है, और धीरे-धीरे लोग भी अब जागरूक हो रहे है।
हाल ही में दीपावली के दिन प्रहलादपुर निवासी इलमचंद शर्मा के मकान में एक सांप घुस आया, जिसको देख अफरा-तफरी मच गई। मकान मालिक ने तत्काल इसकी सूचना मोहन को दी, सूचना मिलते ही मोहन मौके पर पहुँचे और कड़ी मशक्कत के बाद सांप का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित जंगल मे छोड़ दिया। वन्यजीव प्रेमी मोहन कुमार ने बताया जिस तरह से इंसान को अपना शरीर प्यारा है उसी तरह से वन्यजीवों को भी अपने शरीर से प्यार होता है, कभी-कभी भटककर वन्यजीव आबादी में घुस आते है उनसे घबराना नही चाहिए, और ना ही उन्हें कोई नुकसान पहुँचाना चाहिए। उन्होंने बताया अब तक करीब डेढ़ हजार से भी ज्यादा सांपो का वह रेस्क्यू कर चुके है, इस काम की क्षेत्र के लोग खूब सराहना करते है लेकिन विभाग और सरकार से उन्हें आजतक कोई मदद नही मिल सकी। उन्होंने बताया इस सेवा से वह समाज मे नई जागृति लाने का प्रयास कर रहे है जिसमे वह काफी हद तक सफल भी हुए है।

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