सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे सभी बचाव दल को अपनी दी शुभकामनाएं,,,

सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे सभी बचाव दल को अपनी दी शुभकामनाएं,,,

सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे सभी बचाव दल को अपनी दी शुभकामनाएं,,,

उत्तराखंड:

ब्यूरो

सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे सभी बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पल-पल निगरानी और बौख नाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ।

मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा देने के आदेश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है। जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता आज मुझे भी हो रही है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूं। जिन्होंने देवदूत बनकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि सही मायनों में हमें आज ईगास पर्व की खुशी मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बौख नाग देवता पर हमें विश्वास था। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञ इस अभियान में लगे थे। प्रधानमंत्री ने पल-पल इस अभियान की निगरानी की, उनके मार्गदर्शन में बेहतरीन समन्वय ने असंभव को संभव में बदला। उन्होंने अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य के प्रति भी आभार प्रकट किया। अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली रेट माइनिंग टीम की सीएम धामी ने खूब प्रशंसा की।

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*”रेट माइनिंग की टीम ने खोदी सुरंग….*

जिस काम को करने में बड़े बड़े तकनीशियनों के दल और कीमती यंत्र सफल न हो पाये, उस कार्य को एक दर्जन से भी कम सामान्य ग्रामीण खनिकों ने घरेलू उपकरणों (फावड़ा, बेलचा, गैन्ती, खुर्पी आदि) से कर दिखाया। मध्य प्रदेश से आये परमंपरागत खनिकों, जिन्हें अंग्रेज लोग rat miners कहते हैं, के दल ने छः घंटे में सुरंग खोद दी है और फंसे लोगों को बाहर निकाल लिया गया। ये वे लोग हैं जो कई पीढ़ियों से मध्य प्रदेश की खानों में कार्य करते आ रहे हैं।उत्तराखंड: सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे सभी बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पल-पल निगरानी और बौख नाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ।
मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को उच्च कोटि की चिकित्सा सुविधा देने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे लिए बड़ी खुशी का दिन है। जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता आज मुझे भी हो रही है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूं। जिन्होंने देवदूत बनकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि सही मायनों में हमें आज ईगास पर्व की खुशी मिली है। उन्होंने कहा कि भगवान बौख नाग देवता पर हमें विश्वास था। मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञ इस अभियान में लगे थे। प्रधानमंत्री ने पल-पल इस अभियान की निगरानी की, उनके मार्गदर्शन में बेहतरीन समन्वय ने असंभव को संभव में बदला। उन्होंने अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य के प्रति भी आभार प्रकट किया। अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली रेट माइनिंग टीम की सीएम धामी ने खूब प्रशंसा की।
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*”रेट माइनिंग की टीम ने खोदी सुरंग….*
जिस काम को करने में बड़े बड़े तकनीशियनों के दल और कीमती यंत्र सफल न हो पाये, उस कार्य को एक दर्जन से भी कम सामान्य ग्रामीण खनिकों ने घरेलू उपकरणों (फावड़ा, बेलचा, गैन्ती, खुर्पी आदि) से कर दिखाया। मध्य प्रदेश से आये परमंपरागत खनिकों, जिन्हें अंग्रेज लोग rat miners कहते हैं, के दल ने छः घंटे में सुरंग खोद दी है और फंसे लोगों को बाहर निकाल लिया गया। ये वे लोग हैं जो कई पीढ़ियों से मध्य प्रदेश की खानों में कार्य करते आ रहे हैं।

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