ग्रामीणों की शिकायत पर वनविभाग की टीम ने बंदरो को पकड़ने के लिए फेरुपुर गाँव मे लगाये पिंजरे, दर्जनों बंदरो को पकड़ा,,,
हरिद्वार ग्रामीण:
पथरी क्षेत्र के दर्जनों गांवों में जंगली बंदरो ने खूब उत्पात मचाया हुआ है। ग्रामीणों पर हमले से लेकर राहगीरों और किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचा रहे है। ग्रामीणों की शिकायत पर वनविभाग की टीम ने बंदरो को पकड़ने के लिए फेरुपुर गाँव मे पिंजरे लगाए जिसमे दर्जनों बंदरो को पकड़ा गया। ग्रामीणों का कहना है कि बंदरो की बढ़ती संख्या मुसीबत का सबब बनी हुई है। बंदर उनपर हमला करते है, स्कूल जाते समय बच्चों को भी बंदरो का डर सता रहा है। वही बंदरो की मंडली घरेलू सामान कपड़े, खाने पीने व कागजात को भी उठाकर ले जा रहे है। कई बुजुर्गों पर बंदर हमला कर चुके है जिससे दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया बंदरो का झुंड उनकी फसलों को भी बर्बाद कर रहा है। फेरुपुर प्रधान मीनू सैनी व नसीरपुर कला की प्रधान गुलनाज का कहना है कि बंदरो के आतंक से ग्रामीण भय का जीवन बिताने को मजबूर है। शिकायत पर वनविभाग ने बंदरो को पकड़ा है लेकिन उसके बाद भी बंदरो की संख्या लगातार बढ़ रही है जो चिंता का विषय है। मिस्सरपुर प्रधान पूजा चौहान ने बताया बंदर ग्रामीणों का नुकसान कर रहे हों, पानी की टँकी आदि को तोड़ना और घर का सामान खराब करना आए दिन की बात हो गई है। विभाग को चाहिए कि बंदरो को पकड़ने के लिए लगातार गांव में पिंजरे लगाए जाए। वही फेरुपुर में विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरों में दर्जनों बंदर पकड़ में आए है जिन्हें वनविभाग की टीम अपने साथ ले गई। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधि संजय सरदार, पंकज चौहान, प्रधान प्रतिनिधि आलोक सैनी, मांगेराम सैनी, सूरजभान, बबलू सैनी, अमित कुमार, सचिन कुमार, लाखन सिंह, चरण सिंह, साजिद अली, नजाकत, पूर्व प्रधान सलीम आदि ने जंगली बंदरो स्व निजात दिलाने की मांग की।हरिद्वार ग्रामीण: पथरी क्षेत्र के दर्जनों गांवों में जंगली बंदरो ने खूब उत्पात मचाया हुआ है। ग्रामीणों पर हमले से लेकर राहगीरों और किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचा रहे है। ग्रामीणों की शिकायत पर वनविभाग की टीम ने बंदरो को पकड़ने के लिए फेरुपुर गाँव मे पिंजरे लगाए जिसमे दर्जनों बंदरो को पकड़ा गया। ग्रामीणों का कहना है कि बंदरो की बढ़ती संख्या मुसीबत का सबब बनी हुई है। बंदर उनपर हमला करते है, स्कूल जाते समय बच्चों को भी बंदरो का डर सता रहा है। वही बंदरो की मंडली घरेलू सामान कपड़े, खाने पीने व कागजात को भी उठाकर ले जा रहे है। कई बुजुर्गों पर बंदर हमला कर चुके है जिससे दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने बताया बंदरो का झुंड उनकी फसलों को भी बर्बाद कर रहा है। फेरुपुर प्रधान मीनू सैनी व नसीरपुर कला की प्रधान गुलनाज का कहना है कि बंदरो के आतंक से ग्रामीण भय का जीवन बिताने को मजबूर है। शिकायत पर वनविभाग ने बंदरो को पकड़ा है लेकिन उसके बाद भी बंदरो की संख्या लगातार बढ़ रही है जो चिंता का विषय है। मिस्सरपुर प्रधान पूजा चौहान ने बताया बंदर ग्रामीणों का नुकसान कर रहे हों, पानी की टँकी आदि को तोड़ना और घर का सामान खराब करना आए दिन की बात हो गई है। विभाग को चाहिए कि बंदरो को पकड़ने के लिए लगातार गांव में पिंजरे लगाए जाए। वही फेरुपुर में विभाग की ओर से लगाए गए पिंजरों में दर्जनों बंदर पकड़ में आए है जिन्हें वनविभाग की टीम अपने साथ ले गई। इस दौरान पंचायत प्रतिनिधि संजय सरदार, पंकज चौहान, प्रधान प्रतिनिधि आलोक सैनी, मांगेराम सैनी, सूरजभान, बबलू सैनी, अमित कुमार, सचिन कुमार, लाखन सिंह, चरण सिंह, साजिद अली, नजाकत, पूर्व प्रधान सलीम आदि ने जंगली बंदरो स्व निजात दिलाने की मांग की।