चीला में वन विभाग के इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल के दौरान हुए भीषण हादसे ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया,हादसे से चंद मिनट पहले का एक वीडियो आया सामने,,,

चीला में वन विभाग के इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल के दौरान हुए भीषण हादसे ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया,हादसे से चंद मिनट पहले का एक वीडियो आया सामने,,,

चीला में वन विभाग के इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल के दौरान हुए भीषण हादसे ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया,हादसे से चंद मिनट पहले का एक वीडियो आया सामने,,,

हरिद्वार:

चीला में वन विभाग के इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल के दौरान हुए भीषण हादसे ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया। हादसे की तस्वीरों ने भी हर किसी को झकझोर दिया। अब हादसे से चंद मिनट पहले का एक वीडियो सामने आया है। जिसको इंटरसेप्टर वाहन में सवार एक कर्मचारी ने अपने मोबाइल से बनाया था। वीडियो में दिख रहा है कि पूरी टीम इंटरसेप्टर वाहन में बेहद है और सभी के चेहरों पर उत्साह नजर आ रहा है। वे सब लोग इस बात से बेखबर हैं कि अगले पल क्या होने वाला है, उनके कई साथियों के लिए यह आखिरी सफर है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो के पहले पार्ट में सब कुछ सामान्य दिख रहा है, दूसरे पार्ट में दुर्घटना का मंजर है। जिसमें खून से लथपथ अधिकारी कर्मचारियों के शव इधर उधर बिखरे पड़े हैं। शक्ति नहर में लापता हुई महिला अधिकारी इस वीडियो में भी नजर नहीं आ रही हैं। इस वीडियो से यह भी पता चल रहा है कि इंटरसेप्टर वाहन में खुशी खुशी सवार हुए वन अधिकारियों कर्मचारियों पर मौत ने अचानक कैसे झपटा मारा।

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दो कर्मचारियों की हालत नाजुक

चीला पावर हाउस से करीब 100 मीटर आगे ऋषिकेश की ओर अचानक वाहन का पिछला टायर फट जाने से वाहन अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकराने के बाद चीला शक्ति नहर के पैराफीट से जा टकराया था। इस दुर्घटना में चीला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) शैलेश घिल्डियाल, उप वन क्षेत्राधिकारी (डिप्टी रेंजर) प्रमोद ध्यानी, चालक सैफ अली खान व अक्षा ग्रुप दिल्ली के कर्मचारी कुलराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पांच घायलों को एम्स की ट्रामा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि घायलों में अंकुश की स्थिति गम्भीर बनी हुई है, जिसे ट्रामा इमरजेंसी के रेड एरिया में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज कर रहे ट्रामा विभाग के सर्जन डा. नीरज कुमार के अनुसार अंकुश की छाती, पेट और रीढ़ की हड्डी में गम्भीर चोटें आई हैं। दूसरे घायल पशु चिकित्साधिकारी डा. राकेश नौटियाल भी अभी ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। डा. नौटियाल के दोनों पैरों में फ्रैक्चर है व छाती व चेहरे में भी गहरी चोटें आई हैं। दुर्घटना के अन्य तीन घायलों अमित सेमवाल, अश्विन बीजू और हिमांशु की हालत सामान्य होने पर उन्हें मंगलवार देर शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

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सर्चिंग में ली जा रही 19 गोताखोरों की मदद

राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे में लापता महिला अधिकारी अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया। एसडीआरएफ ने 19 गोताखोरों को सर्चिंग अभियान में उतारा है। इस हादसे में राजाी टाइगर रिजर्व में तैनात वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी चीला शक्ति नहर में गिरने के बाद लापता हो गई थी। हादसे के बाद से ही लापता वन्य जीव प्रतिपालक की तलाश के लिए एसडीआरएफ ने सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया था। एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा पूरे आप्रेशन पर नजर बनाए हुए हैं और पल पल की अपडेट लेते हुए टीमों को निर्देश दे रहे हैं।हरिद्वार: चीला में वन विभाग के इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल के दौरान हुए भीषण हादसे ने पूरे उत्तराखंड को हिलाकर रख दिया। हादसे की तस्वीरों ने भी हर किसी को झकझोर दिया। अब हादसे से चंद मिनट पहले का एक वीडियो सामने आया है। जिसको इंटरसेप्टर वाहन में सवार एक कर्मचारी ने अपने मोबाइल से बनाया था। वीडियो में दिख रहा है कि पूरी टीम इंटरसेप्टर वाहन में बेहद है और सभी के चेहरों पर उत्साह नजर आ रहा है। वे सब लोग इस बात से बेखबर हैं कि अगले पल क्या होने वाला है, उनके कई साथियों के लिए यह आखिरी सफर है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो के पहले पार्ट में सब कुछ सामान्य दिख रहा है, दूसरे पार्ट में दुर्घटना का मंजर है। जिसमें खून से लथपथ अधिकारी कर्मचारियों के शव इधर उधर बिखरे पड़े हैं। शक्ति नहर में लापता हुई महिला अधिकारी इस वीडियो में भी नजर नहीं आ रही हैं। इस वीडियो से यह भी पता चल रहा है कि इंटरसेप्टर वाहन में खुशी खुशी सवार हुए वन अधिकारियों कर्मचारियों पर मौत ने अचानक कैसे झपटा मारा।
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दो कर्मचारियों की हालत नाजुक
चीला पावर हाउस से करीब 100 मीटर आगे ऋषिकेश की ओर अचानक वाहन का पिछला टायर फट जाने से वाहन अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकराने के बाद चीला शक्ति नहर के पैराफीट से जा टकराया था। इस दुर्घटना में चीला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) शैलेश घिल्डियाल, उप वन क्षेत्राधिकारी (डिप्टी रेंजर) प्रमोद ध्यानी, चालक सैफ अली खान व अक्षा ग्रुप दिल्ली के कर्मचारी कुलराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पांच घायलों को एम्स की ट्रामा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि घायलों में अंकुश की स्थिति गम्भीर बनी हुई है, जिसे ट्रामा इमरजेंसी के रेड एरिया में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। उन्होंने बताया कि घायलों का इलाज कर रहे ट्रामा विभाग के सर्जन डा. नीरज कुमार के अनुसार अंकुश की छाती, पेट और रीढ़ की हड्डी में गम्भीर चोटें आई हैं। दूसरे घायल पशु चिकित्साधिकारी डा. राकेश नौटियाल भी अभी ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। डा. नौटियाल के दोनों पैरों में फ्रैक्चर है व छाती व चेहरे में भी गहरी चोटें आई हैं। दुर्घटना के अन्य तीन घायलों अमित सेमवाल, अश्विन बीजू और हिमांशु की हालत सामान्य होने पर उन्हें मंगलवार देर शाम अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
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सर्चिंग में ली जा रही 19 गोताखोरों की मदद
राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे में लापता महिला अधिकारी अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया। एसडीआरएफ ने 19 गोताखोरों को सर्चिंग अभियान में उतारा है। इस हादसे में राजाी टाइगर रिजर्व में तैनात वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी चीला शक्ति नहर में गिरने के बाद लापता हो गई थी। हादसे के बाद से ही लापता वन्य जीव प्रतिपालक की तलाश के लिए एसडीआरएफ ने सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया था। एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा पूरे आप्रेशन पर नजर बनाए हुए हैं और पल पल की अपडेट लेते हुए टीमों को निर्देश दे रहे हैं।

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