मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में लगे भगवान राम के पोस्टर पर हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने जमकर काटा हंगामा ,,,

मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में लगे भगवान राम के पोस्टर पर हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने जमकर काटा हंगामा ,,,

मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में लगे भगवान राम के पोस्टर पर हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने जमकर काटा हंगामा ,,,

देहरादून:

मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में लगे भगवान राम के पोस्टर पर हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। दुकानदार को खरी खोटी सुनाते हुए न सिर्फ उसके धर्म पर टिप्पणी की गई, बल्कि भगवान राम का पोस्टर तक फाड़ डाला। इस पूरे हंगामा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने पड़ताल की तो कहानी कुछ और निकली सामने आया कि दुकान वास्तव में एक हिंदू व्यक्ति की है। उसने आगे किसी हिंदू व्यक्ति को किराए पर दी हुई है। जिसके बाद दूसरे हिंदू व्यक्ति ने एक मुस्लिम व्यक्ति को दुकान दे रखी थी। मामला राजधानी देहरादून का है। अब पुलिस ने महिला नेता राधा धोनी समेत अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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पुलिस ने लिया वायरल वीडियो का संज्ञान

सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में आरोपी राधा धोनी अपने कुछ साथियों के साथ आईएसबीटी हरिद्वार रोड पर स्थित अमन जनरल स्टोर दुकान पर हंगामा करती दिख रही है। मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में भगवान राम का पोस्टर लगा होने और हिन्दू धर्म के नाम का बोर्ड लगाने पर आपत्ति जताते हुए दूसरे समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई। हंगामा के दौरान कार्यकर्ताओं ने दुकान के बोर्ड व उसमें लगे धार्मिक चित्रों को जबरदस्ती हटा दिया गया। वीडियो वायरल होने पर पुलिस कप्तान अजय सिंह ने मामले का संज्ञान लिया और जांच के निर्देश दिए। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि दुकान का मालिक राकेश बोराई हैं, जिन्होंने दुकान को गिरीश निवासी रायपुर को किराए पर दी गई थी। राकेश बोराई ने दुकान को आगे शाहनवाज निवासी मोहल्ला खाता खेड़ी सहारनपुर उत्तर प्रदेश को किराए पर दे दी। पूरी स्थिति स्पष्ट होने पर पुलिस ने आरोपी महिला नेता समेत अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

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पहले भी विवादों में रही है महिला नेता

सांप्रदायिक मुद्दे को लेकर हंगामा करने का महिला का यह पहला मामला नहीं है। देहरादून में कभी फल सब्जी बेचने वालों से आधार कार्ड मांगने को लेकर तो कभी धर्मस्थल को लेकर महिला अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा कर चुकी है, जिसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर अभी भी वायरल हो रहे हैं। लेकिन ताजा मामले में महिला नेता को बिना सत्यता जाने विवाद पैदा करना महंगा पड़ गया है।देहरादून: मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में लगे भगवान राम के पोस्टर पर हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा काटा। दुकानदार को खरी खोटी सुनाते हुए न सिर्फ उसके धर्म पर टिप्पणी की गई, बल्कि भगवान राम का पोस्टर तक फाड़ डाला। इस पूरे हंगामा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने पड़ताल की तो कहानी कुछ और निकली सामने आया कि दुकान वास्तव में एक हिंदू व्यक्ति की है। उसने आगे किसी हिंदू व्यक्ति को किराए पर दी हुई है। जिसके बाद दूसरे हिंदू व्यक्ति ने एक मुस्लिम व्यक्ति को दुकान दे रखी थी। मामला राजधानी देहरादून का है। अब पुलिस ने महिला नेता राधा धोनी समेत अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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पुलिस ने लिया वायरल वीडियो का संज्ञान
सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में आरोपी राधा धोनी अपने कुछ साथियों के साथ आईएसबीटी हरिद्वार रोड पर स्थित अमन जनरल स्टोर दुकान पर हंगामा करती दिख रही है। मुस्लिम व्यक्ति की दुकान में भगवान राम का पोस्टर लगा होने और हिन्दू धर्म के नाम का बोर्ड लगाने पर आपत्ति जताते हुए दूसरे समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई। हंगामा के दौरान कार्यकर्ताओं ने दुकान के बोर्ड व उसमें लगे धार्मिक चित्रों को जबरदस्ती हटा दिया गया। वीडियो वायरल होने पर पुलिस कप्तान अजय सिंह ने मामले का संज्ञान लिया और जांच के निर्देश दिए। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि दुकान का मालिक राकेश बोराई हैं, जिन्होंने दुकान को गिरीश निवासी रायपुर को किराए पर दी गई थी। राकेश बोराई ने दुकान को आगे शाहनवाज निवासी मोहल्ला खाता खेड़ी सहारनपुर उत्तर प्रदेश को किराए पर दे दी। पूरी स्थिति स्पष्ट होने पर पुलिस ने आरोपी महिला नेता समेत अन्य कार्यकर्ताओं के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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पहले भी विवादों में रही है महिला नेता
सांप्रदायिक मुद्दे को लेकर हंगामा करने का महिला का यह पहला मामला नहीं है। देहरादून में कभी फल सब्जी बेचने वालों से आधार कार्ड मांगने को लेकर तो कभी धर्मस्थल को लेकर महिला अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा कर चुकी है, जिसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर अभी भी वायरल हो रहे हैं। लेकिन ताजा मामले में महिला नेता को बिना सत्यता जाने विवाद पैदा करना महंगा पड़ गया है।

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