चमोली में जिला जज रहे उच्चतर न्यायिक सेवा अधिकारी के विरुद्ध चमोली बार एसोसिएशन के नाम से हाईकोर्ट में झूठी शिकायत,,,

चमोली में जिला जज रहे उच्चतर न्यायिक सेवा अधिकारी के विरुद्ध चमोली बार एसोसिएशन के नाम से हाईकोर्ट में झूठी शिकायत,,,

चमोली में जिला जज रहे उच्चतर न्यायिक सेवा अधिकारी के विरुद्ध चमोली बार एसोसिएशन के नाम से हाईकोर्ट में झूठी शिकायत,,,

देहरादून:

सरकारी विभागों में झूठी शिकायतों के मामले आए दिन सामने आते हैं। ताजा घटना में एक जज के खिलाफ हाईकोर्ट को झूठी शिकायत कर दी गई। चमोली में जिला जज रहे उच्चतर न्यायिक सेवा अधिकारी के विरुद्ध चमोली बार एसोसिएशन के नाम से हाईकोर्ट में झूठी शिकायत किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत के साथ ही एक पेन ड्राइव भी हाई कोर्ट को भेजी गई। जिसमें कुछ वीडियो बताई गई है। न्यायिक सेवा अधिकारी ने इन वीडियो को भ्रामक और असत्य बताते हुए फर्जीवाड़े के पीछे एक महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर शक जताया है। देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में शिकायत भी दी गई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता से छानबीन शुरू कर दी है।

उच्चतर न्यायिक सेवा के अधिकारी धनंजय चतुर्वेदी ने शिकायत देकर बताया कि दिसंबर 2022 से जुलाई 2023 तक वह जिला जज चमोली के पद पर कार्यरत रहे। 19 मई 2023 को किसी अज्ञात व्यक्ति ने हल्द्वानी से उनके विरुद्ध एक झूठी शिकायत जिला बार एसोसिएशन चमोली के नाम से हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश निबंधक (सतर्कता) व एक न्यायाधीश को डाक से भेज दी। आरोप है कि फर्जी शिकायत पर किसी व्यक्ति के हस्ताक्षर व दिनांक अंकित नहीं थी। लिफाफे के बाहर भेजने वाले का नाम हेम वशिष्ठ एडवोकेट कोर्ट कंपाउंड, चमोली लिखा था। कहा कि शिकायत पूर्ण रूप से फर्जी व कूटरचित थी, क्योंकि हेम वशिष्ठ नाम का कोई अधिवक्ता चमोली जिला न्यायालय में नहीं है। शिकायत के साथ एक पैन ड्राइव भी भेजी गई थी, जिसमें कुछ वीडियो क्लिप थीं। उन्होंने वीडियो को असत्य व भ्रामक बताया। कहा कि उन्हें अपने न्यायालय में तत्समय तैनात महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर संदेह है। संभवत: उसने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर उनके विरुद्ध आपराधिक षड्यंत्र रचकर यह कृत्य किया। इस संबंध में उन्होंने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की थी, जिसमें 18 दिसंबर 2023 को आदेश पारित कर इस मामले में दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध उचित विधिक कार्रवाई करने की स्वतंत्रता प्रदान की गई है। जिस पर वह पुलिस कार्रवाई के लिए शिकायत दे रहे हैं। उन्होंने मामले में आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।देहरादून: सरकारी विभागों में झूठी शिकायतों के मामले आए दिन सामने आते हैं। ताजा घटना में एक जज के खिलाफ हाईकोर्ट को झूठी शिकायत कर दी गई। चमोली में जिला जज रहे उच्चतर न्यायिक सेवा अधिकारी के विरुद्ध चमोली बार एसोसिएशन के नाम से हाईकोर्ट में झूठी शिकायत किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। शिकायत के साथ ही एक पेन ड्राइव भी हाई कोर्ट को भेजी गई। जिसमें कुछ वीडियो बताई गई है। न्यायिक सेवा अधिकारी ने इन वीडियो को भ्रामक और असत्य बताते हुए फर्जीवाड़े के पीछे एक महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर शक जताया है। देहरादून के नेहरू कालोनी थाने में शिकायत भी दी गई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता से छानबीन शुरू कर दी है।
उच्चतर न्यायिक सेवा के अधिकारी धनंजय चतुर्वेदी ने शिकायत देकर बताया कि दिसंबर 2022 से जुलाई 2023 तक वह जिला जज चमोली के पद पर कार्यरत रहे। 19 मई 2023 को किसी अज्ञात व्यक्ति ने हल्द्वानी से उनके विरुद्ध एक झूठी शिकायत जिला बार एसोसिएशन चमोली के नाम से हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश निबंधक (सतर्कता) व एक न्यायाधीश को डाक से भेज दी। आरोप है कि फर्जी शिकायत पर किसी व्यक्ति के हस्ताक्षर व दिनांक अंकित नहीं थी। लिफाफे के बाहर भेजने वाले का नाम हेम वशिष्ठ एडवोकेट कोर्ट कंपाउंड, चमोली लिखा था। कहा कि शिकायत पूर्ण रूप से फर्जी व कूटरचित थी, क्योंकि हेम वशिष्ठ नाम का कोई अधिवक्ता चमोली जिला न्यायालय में नहीं है। शिकायत के साथ एक पैन ड्राइव भी भेजी गई थी, जिसमें कुछ वीडियो क्लिप थीं। उन्होंने वीडियो को असत्य व भ्रामक बताया। कहा कि उन्हें अपने न्यायालय में तत्समय तैनात महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पर संदेह है। संभवत: उसने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर उनके विरुद्ध आपराधिक षड्यंत्र रचकर यह कृत्य किया। इस संबंध में उन्होंने हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर की थी, जिसमें 18 दिसंबर 2023 को आदेश पारित कर इस मामले में दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध उचित विधिक कार्रवाई करने की स्वतंत्रता प्रदान की गई है। जिस पर वह पुलिस कार्रवाई के लिए शिकायत दे रहे हैं। उन्होंने मामले में आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

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