प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत फार्मासिस्ट को फार्मासिस्ट अधिकारी का दर्जा देने की मांग 2020 से की जा रही थी जिसको मान लिया गया,,,

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत फार्मासिस्ट को फार्मासिस्ट अधिकारी का दर्जा देने की मांग 2020 से की जा रही थी जिसको मान लिया गया,,,

प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत फार्मासिस्ट को फार्मासिस्ट अधिकारी का दर्जा देने की मांग 2020 से की जा रही थी जिसको मान लिया गया,,,

पिरान कलियर।

इमली खेड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष बृजेश कुमार ने रुड़की ब्लॉक के फार्मासिस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी के साथ एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का आभार व्यक्त किया है।उन्होंने बताया की प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत फार्मासिस्ट को फार्मासिस्ट अधिकारी का दर्जा देने की मांग 2020 से की जा रही थी जिसको मान लिया गया है।उन्होंने बताया कि उत्तराखंड सरकार ओर राज्यपाल ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिसका अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कोर ने शासनादेश जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में तैनात फार्मासिस्ट अब फार्मासिस्ट अधिकारी कहलाएंगे।इस दौरान इमली खेड़ा चिकित्सा पभारी डॉक्टर दिल्ली एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष बृजेश कुमार,रवि धाम,भुवन शर्मा, जमशेद अली,आशुतोष कुमार,अरविंद चौधरी,लैब टेक्नीशियन अरविंद सैनी,डॉक्टर देशपाल ,मालती, शिल्पी, मनोज, किरण नाथ मौजूद रहे

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