एसआईटी कमेटी का गठन कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शहर विधायक प्रदीप बत्रा के भ्रष्टाचार एवं अपराधिक कृत्यों की करायें विस्तृत जांच,,,आशीष नेता कोंग्रेस

एसआईटी कमेटी का गठन कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शहर विधायक प्रदीप बत्रा के भ्रष्टाचार एवं अपराधिक कृत्यों की करायें विस्तृत जांच,,,आशीष नेता कोंग्रेस

एसआईटी कमेटी का गठन कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शहर विधायक प्रदीप बत्रा के भ्रष्टाचार एवं अपराधिक कृत्यों की करायें विस्तृत जांच,,,आशीष नेता कोंग्रेस

शहर में जल भराव, अतिक्रमण, टूटी सड़कों एवं विकास के नाम पर धन की बर्बादी, ट्रैफिक लाइट जैसी सामान्य आवश्यकता को भी स्थानीय विधायक संचालित कराने में नाकाम,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
कांग्रेस नेता आशीष सैनी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई एवं भाजपा व विधानसभा से सदस्यता समाप्त करने की मांग की। सरकार से जुड़ा प्रत्येक विभाग क्षेत्रीय विधायक के भ्रष्टाचार की हर रोज नई कहानी लिखता है। संबंधित विधायक के भ्रष्टाचार एवं अपराधिक कृत्यों की जांच के लिए एसआईटी जांच कमेटी गठित की जानी चाहिए।
कांग्रेस पीसीसी सदस्य एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी विभाग आशीष सैनी ने कहा कि रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा कानून व्यवस्था से खुद को बहुत ऊपर समझते हैं। राज्य के मुख्यमंत्री के अपराध विहीन एवं भ्रष्टाचार मुक्त शासन के दावों की धज्जियां उड़ाते हुए वह राज्य की राजनीति को दूषित करने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूरा शहर जल भराव, अतिक्रमण, टूटी सड़कों एवं विकास के प्रत्येक क्षेत्र में पिछड़ता जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक ट्रैफिक लाइट जैसी सामान्य आवश्यकता को भी संचालित नहीं कर पा रहे हैं, परंतु प्रत्येक विभाग में भ्रष्टाचार के रोज नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। यह भी देखा गया है कि वह एक गठजोड़ के साथ नगर की अनेक संपत्तियों पर कब्जा करने का निरंतर प्रयास करते रहते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि विगत कई वर्षों से वह नगर के अनेक समाजसेवियों व नेताओं को धमकी देते नजर आ रहे हैं जो राज्य के कानून व्यवस्था का सीधा मजाक उड़ाने का काम कर रहा है। ऐसे व्यक्ति को भारतीय जनता पार्टी में ही नहीं राज्य के किसी भी राजनीतिक दल अथवा संगठन का हिस्सा नहीं होना चाहिए।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य की पहचान को अपराध एवं भ्रष्टाचार से मुक्त रखने के संकल्प के अनुपालन में यह कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है, राज्य की जनता अपने निर्वाचित मुख्यमंत्री पर भरोसा करती है कि वह उचित कार्रवाई ठीक समय पर करेंगे। उन्होंने यह भी निवेदन किया कि संबंधित विधायक के भ्रष्टाचार एवं अपराधिक कृत्यों की जांच के लिए एसआईटी जांच कमेटी गठित की जानी चाहिए।

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