उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की ओर से आयोजित सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा से ऐन पहले दोनों मुन्ना भाई गिरफ्तार,,,
देहरादून:
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की ओर से आयोजित सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा से ऐन पहले दोनों मुन्ना भाई उत्तराखंड एसटीएफ की मुस्तैदी से गिरफ्तार हुए हैं। उनके कब्जे से सॉल्व पेपर नहीं, बल्कि केवल प्रवेश पत्र बरामद हुए हैं। इतना जरूर है कि दोनों मुन्ना भाई पेपर देने के लिए पूरी तैयारी के साथ हरिद्वार पहुंचे थे। गनीमत रही कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर भर्ती परीक्षाओं को लेकर सजगता बरत रही एसटीएफ को मजबूत इनपुट मिला और उसने परीक्षा शुरू होने से पहले ही दोनों को धर दबोचा। पूछताछ में पता चला है कि उधम सिंह के कब्जे से पूर्व में मेरठ में वीडीओ परीक्षा के दौरान सॉल्व पेपर बरामद हुआ था। लेकिन उस मामले का उत्तराखंड या उसकी किसी भी भर्ती परीक्षा से कोई लेना-देना नहीं है।
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एसटीएफ के पुलिस कप्तान आयुष अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से राज्य की सभी भर्ती परीक्षाओं को लेकर नकल माफिया पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए गए थे। जिसको लेकर एसटीएफ की टीम सतर्क निगरानी कर रही है। एसटीएफ को गोपनीय सूचना मिली कि मेरठ का रहने वाला उधम सिंह अलग-अलग परीक्षाओं में नकल करने का गिरोह चलाता है। अहम सूचना मिलने पर जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग की सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी की जगह किसी अन्य व्यक्ति को बैठक 16 लाख रुपए में पेपर दिलाने का ठेका तय किया गया है। इस इनपुट के आधार पर इंस्पेक्टर अब्दुल कलाम और इंस्पेक्टर नंदकिशोर भट्ट के नेतृत्व में एक टीम ने हरिद्वार के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मायापुर के आसपास धरपकड़ के लिए जाल बिछाया। पेपर शुरू होने से पहले ही परीक्षा केंद्र के बाहर से उधम सिंह पुत्र सुखपाल सिंह निवासी ग्राम चकबंदी थाना सरधना जिला मेरठ और अनुपम कुमार पुत्र बनारस प्रसाद निवासी रामकृष्ण नगर पटना बिहार को गिरफ्तार किया गया।पूछताछ में सरगना उधम सिंह ने बताया कि यूकेएसएसएससी की सहायक टीचर भर्ती परीक्षा(एलटी) परीक्षा में पेपर साल्व कराने के लिये उसने अनुपम कुमार को बिहार से बुलाया था। कुछ रोज पहले दिनांक 18 8.2024 को उत्तराखंड में आयोजित होने वाली उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की LT भर्ती परीक्षा के लिए कुलदीप नाम के कैंडिडेट के संबंध में उसके रिश्तेदार सचिन से बात चल रही थी। जिसने परीक्षा केंद्र सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज हरिद्वार में कुलदीप के बजाय अन्य परीक्षार्थी से परीक्षा दिलवाकर पास करने की वजह के लिये 16 लाख रूपये देने का करार किया था। जिस पर कुलदीप सिंह का प्रवेश पत्र व आधार कार्ड प्राप्त कर उसके स्थान पर अपने दोस्त अनुपम कुमार जो पटना बिहार का रहने वाला है, से परीक्षा दिलाने की योजना बनाई जिसके लिये परीक्षा के बाद अनुपम को 04 लाख रूपये देने थे।
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एसटीएफ के पुलिस कप्तान आयुष अग्रवाल ने बताया कि प्रवेश पत्र पर कुलदीप सिंह की जगह अनुपम का फोटो प्रिन्ट कर प्रवेश पत्र तैयार किया गया था। ताकि उसको आसानी से अन्दर परीक्षा हॉल में जाने का मौका मिल जाये और परीक्षा को पास करा सके। जिसके एवज में चार लाख रुपए सोमवार को ही सचिन से लेने थे।
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एसटीएफ मेरठ ने बरामद किया था सॉल्व पेपर
मास्टर माइंड उधम सिंह ने बताया कि वर्ष 2023 में दिनांक 28.5.2023 में यूपी में आयोजित होने वाली VDO की परीक्षा के लिए मैंने अपने खुद के भाई संदीप के लिए पेपर की व्यवस्था की थी, राहुल गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, ने सॉल्व करके मेरे मोबाइल पर पहले ही भेज दिया था जिसे लिये एसटीएफ मेरठ ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उन्हें मेरे फोन से सॉल्व पेपर भी बरामद किया था। पूछताछ में पकड़े गए उधम सिंह और अनुपम कुमार से गिरोह के बारे में काफी सारी जानकारियां एसटीएफ को प्राप्त हुई है जिन पर एसटीएफ आगे की कार्रवाई की योजना बना रही है|
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