कारपेंटर को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया तो युवक भीतर फंदे पर लटका मिला,,,

कारपेंटर को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया तो युवक भीतर फंदे पर लटका मिला,,,

कारपेंटर को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया तो युवक भीतर फंदे पर लटका मिला,,,
देहरादून:
एक युवक ने साड़ी पहनकर लड़की की तरह श्रृंगार करने के बाद फांसी लगा कर जान दे दी। घटना लाल बहादुर शास्त्री प्रशासन राष्ट्रीय अकादमी (एलबीएसएएनए) मसूरी में हुई। युवक मल्टी टास्किंग स्टाफ (एमटीएस) विभाग में कार्यरत था और मूल रूप से पाैड़ी गढ़वाल का रहने वाला था। कुछ समय पूर्व ही उसकी नियुक्ति अकादमी में हुई थी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर फंदे पर लटका शव उतारा और परिजनों को सूचना दी। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गुरुवार को मसूरी स्थित हैप्पी वैली पुलिस चौकी में तैनात होमगार्ड सुभाष कुमार ने पुलिस को सूचना दी कि एलबीएसएएनए में कार्यरत एक युवक ने अपने सरकारी आवास में फांसी लगा ली है। पुलिस मौके पर पहुंची तो युवक के आवास का दरवाजा भीतर से बंद था।
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अंदर का नजारा देख उड़े होश
कारपेंटर को बुलाकर दरवाजा तोड़ा गया तो युवक भीतर फंदे पर लटका हुआ मिला। अंदर का नज़ारा देख पुलिस भी सकते में आ गई। एसएसपी ने बताया कि युवक ने महिलाओं की तरह श्रृंगार कर साड़ी पहनी हुई थी। एसएसपी ने मृतक युवक का नाम अनुकूल रावत (22 वर्ष) निवासी-ग्राम उफल्डा, श्रीनगर (पौड़ी गढ़वाल) बताया। एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में पता चला है कि अनुकूल रावत एलबीएस मसूरी में एमटीएस विभाग में कुछ समय पहले ही तैनात हुआ था और वह सरकारी आवास में अकेले रहता था। वह दो दिन से कार्यालय नहीं जा रहा था, जिस कारण गुरुवार को अकादमी से स्टाफ को उसके आवास पर जानकारी लेने भेजा गया। कर्मचारियाें ने दरवाजा खटखटाया लेकिन भीतर से कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से झांककर देखने पर अनुकूल के फांसी लगाने का पता चला। एसएसपी के अनुसार प्रारंभिक जांच में युवक की मनोदशा ठीक न होने की जानकारी मिली है। स्वजनों के आने के बाद ही युवक के बारे में और जानकारी मिल सकेगी। हालांकि, घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
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पंतनगर एयरपोर्ट पर हुई थी ऐसी ही घटना
जून में इसी तरह की घटना पंतनगर एयरपोर्ट पर हो चुकी है। एयरपोर्ट पर तैनात असिस्टेंट मैनेजर (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) आशीष चौसाली ने 24 जून को माथे पर बिंदी और होंठों पर लिपिस्टिक लगाकर लड़की का वेष धारण कर फांसी लगा ली थी। पिथौरागढ़ के ग्राम कांडा निवासी 35 वर्षीय आशीष भी एयरपोर्ट पर मिले आवास में रहते थे। आशीष ने अपने रिश्तेदार और दोस्त के साथ खाना खाया और अपने कमरे में सोने गए। इसके बाद सुबह वह फंदे पर लटके हुए मिले थे।
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क्या कहते हैं मनोवैज्ञानिक
मनोवैज्ञानिक डॉक्टर दीपेश चंद प्रसाद की मानें तो “ऐसे व्यक्ति जिनका शरीर पुरुष का और मन महिला का होता है। इनके शौक महिलाओं की तरह होते हैं। ये परिवार से छुपकर अकेले में महिलाओं के परिधान पहनकर और शृंगार करके रहते हैं। समाज में अपनाए न जाने, कलंक, बुराई और ठुकराए जाने के डर से छुपकर महिला जीवन को जीते हैं। ऐसे जीवन जीने के लिए कोई समाधान नहीं मिल पाने की वज़ह से इस व्यक्ति ने जरूर किसी दबाव में ऐसा कदम उठाया है। कुछ मामलों में व्यक्ति खुद को समाज से छिपाने लगता है और ऐसा कदम उठा लेता है।

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