हरिद्वार पुलिस ने एसटीएफ कुमाऊं और सीआईयू टीम के साथ मिलकर एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। 10 महीने से फरार चल रहे ₹25,000 के ईनामी अपराधी फिरोज को किया गिरफ्तार,,,

हरिद्वार पुलिस ने एसटीएफ कुमाऊं और सीआईयू टीम के साथ मिलकर एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। 10 महीने से फरार चल रहे ₹25,000 के ईनामी अपराधी फिरोज को किया गिरफ्तार,,,

हरिद्वार पुलिस ने एसटीएफ कुमाऊं और सीआईयू टीम के साथ मिलकर एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। 10 महीने से फरार चल रहे ₹25,000 के ईनामी अपराधी फिरोज को किया गिरफ्तार,,,
हरिद्वार:
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की सशक्त नेतृत्व क्षमता और ठोस रणनीति के चलते हरिद्वार पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसने में लगातार सफलता हासिल कर रही है। वांछित/ईनामी अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे अभियान में हरिद्वार पुलिस ने एसटीएफ कुमाऊं और सीआईयू टीम के साथ मिलकर एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। 10 महीने से फरार चल रहे ₹25,000 के ईनामी अपराधी फिरोज को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह अपराधी लगभग तीन दर्जन मुकदमों में वांछित था और ठिकाने बदलने में माहिर होने के कारण पुलिस के लिए एक चुनौती बना हुआ था।
दरअसल 10 फरवरी को कोतवाली रानीपुर क्षेत्रांतर्गत ग्राम राजपुर स्थित मस्जिद के पास से असलम पुत्र असगर की महिंद्रा बोलेरो पिकअप चोरी हो गई थी। इस मामले में कोतवाली रानीपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। जिसमे तीन आरोपी अब्दुल कादिर, गुलशान और अर्शलान उर्फ अर्श को 12 फरवरी को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इनकी गिरफ्तारी के दौरान चोरी की गई बोलेरो पिकअप भी बरामद कर ली गई थी। चौथे आरोपी फिरोज को इस कार्रवाई की भनक लगते ही वह फरार हो गया। फिरोज, जो कि मुजफ्फरनगर का निवासी है, लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। पुलिस ने उसकी तलाश में कई राज्यों में दबिश दी लेकिन वह हर बार बच निकलता। लगातार फरार रहने के कारण फिरोज पर 27 फरवरी को ₹5000 का ईनाम घोषित किया गया। इसके बाद भी वह पकड़ में नहीं आया। उसकी शातिर गतिविधियों और अपराध के गंभीर मामलों को देखते हुए 4 दिसंबर को एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने ईनाम बढ़ाकर ₹25,000 कर दिया।
रानीपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने एसटीएफ कुमाऊं और सीआईयू टीम के साथ मिलकर पीर वाला बाग, कस्बा ककरोली (मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश) से फिरोज को गिरफ्तार कर लिया।
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कैसे अपराध की दुनिया में उतरा पांचवीं पास फिरोज……
पांचवीं कक्षा तक पढ़ा फिरोज आर्थिक तंगी और अपराधी किस्म के लोगों की संगत के कारण छोटी उम्र में ही अपराध की दुनिया में उतर गया। चोरी की चीजें बेचने से मिले पैसों से वह नशे का आदी बन गया। धीरे-धीरे वह चोरी, डकैती, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर मामलों में संलिप्त हो गया।
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भेष बदलने में माहिर था फिरोज….
फिरोज भेष बदलने में माहिर था। वह जौनपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में कंबल और चादरों की फेरी लगाकर खुद को आम आदमी के रूप में प्रस्तुत करता था। पुलिस को चकमा देने के लिए वह बार-बार अपना ठिकाना बदलता था।
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फिरोज का आपराधिक इतिहास…..
फिरोज पर लगभग तीन दर्जन मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी, डकैती, हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर एक्ट के गंभीर आरोप शामिल हैं।
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गिरफ्तारी में शामिल टीम
कोतवाली रानीपुर टीम….
1:- प्रभारी निरीक्षक कमल मोहन भंडारी
2:- उपनिरीक्षक अर्जुन कुमार
3:- हेड कांस्टेबल जितेंद्र चौधरी
4:- कांस्टेबल हरीश राणा
5:- कांस्टेबल प्रेम सिंह
एसटीएफ कुमाऊं टीम…..
1:- उपनिरीक्षक बृजभूषण गुरुरानी
2:- अपर उपनिरीक्षक प्रकाश भगत
3:- हेड कांस्टेबल किशोर कुमार
4:- हेड कांस्टेबल रियाज अख्तर
5:- कांस्टेबल मोहित वर्मा
सीआईयू हरिद्वार टीम……
1:- निरीक्षक दिगपाल कोहली
2:- कांस्टेबल नरेंद्र
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एसएसपी का बयान……
एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया, “फिरोज जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी अपराध नियंत्रण के लिए बेहद जरूरी है। पूरी टीम ने बेहतरीन काम किया है। जल्द ही अन्य वांछित अपराधियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।

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