प्रदेश में हुए सहकारिता विभाग घोटाले के आरोपियों पर अभी तक क्यों नहीं हुई करवाई ,,,
देहरादून:
प्रदेश में हुए सहकारिता विभाग घोटाले के आरोपियों पर अभी तक क्यों करवाई नहीं हो पा रही है जनता पूछ रही है सीएम साहब बच्चों को नौकरी दिलाकर ठगने वाले आरोपी अभी तक बाहर है। कुछ चुनिंदा अफसर पर कार्रवाई के बाद 6 महीने बीत जाने के बाद भी एसआईटी उन लोगों तक नहीं पहुंचे जिन्होंने लाखों रुपए लेकर बच्चों का बेवकूफ बनाया है। मालूम हो की 6 महीने पहले सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश एसआईटी को दिए थे। इस घोटाले में कई उन लोगों के भी नाम है जो मंत्री के नाम पर सेटिंग गेटिंग करते हैं।
तीन जिलों में हुआ था घोटाला
प्रदेश में सहकारिता विभाग के तहत तीन जिलों देहरादून, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में जिला सहकारी बैंकों में हुए भर्ती घोटाले की जांच रिपोर्ट एक साल से एक से दूसरी टेबल पर घूम रही है। जांच रिपोर्ट पर विधि और कार्मिक विभाग की राय भी ली जा चुकी है।
सामने आ चुकी है गड़बड़ी
विभागीय सूत्रों के मुताबिक जांच समिति ने अपनी जो रिपोर्ट शासन को सौंपी है, उसमें बैंक के अध्यक्ष, महाप्रबंधक सहित सहायक निबंधक स्तर तक के अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की है।
हाईप्रोफाइल लोगों के इस गड़बड़झाले में शामिल होने की वजह से ही जांच को लगातार लटकाया जा रहा है। इस मामले में सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के निर्देश पर ही शासन ने मार्च 2022 में जांच के आदेश दिए थे। अपर निबंधक नीरज बेलवाल और उप निबंधक मान सिंह सैनी की समिति ने जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।