निर्दलीय सुनीता सिंह पत्नी चेयरमैन सुरेंद्र सिंह ने भाजपा व कोंग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की उड़ाई नींद,,,
पाडली गुर्जर अध्यक्ष पद पर जनता इस बार सुनीता सिंह (एम ए अंग्रेजी) को ताज सौंपने का बना चुकी मन,,,
कलियर।
अनवर राणा।
नवसृजित नगर पंचायत के प्रथम बोर्ड में पहली ही बार चुनाव लड़ रही उच्च शिक्षित सुनीता सिंह पत्नी चेयरमैन चौ0 सुरेंद्र सिंह पनियाला ने जीत हासिल करने के लिये पूरी तरह कमर कस ली है। उनके चुनाव प्रचार की कमान सहकारी व ग्रामीण राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले उनके पति चौ0 सुरेंद्र सिंह ने स्वंम सम्भाल कर जीत सुनिश्चित करने के लिये दमखम लगा दिया है। हालांकि इस नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने कर्मठ कार्यकर्ता हाजी बेहरोज आलम की भाभी को उम्मीदवार बनाकर चुनाव जीतने का प्रयास शुरू कर दिया है तो वहीं कोंग्रेस पार्टी ने भी तौकीर के परिवार से उम्मीदवार को मैदान में उतार रखा है । बेहरोज आलम पांच साल पाडली की जनता की सेवा प्रधान पद पर रहकर कर चुका है ।जिस कारण वो अपने द्वारा कराए व
विकास कार्यो के मद्देनजर जनता के बीच वोट की खातिर पहुंच रहे है। वहीं निर्दलीय प्रतियाशी सुनीता सिंह के पति जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन रहे ओर ग्रामीण राजनीति के धुरेन्द्र माने जाते है जो समाजसेवा व जनसेवा का कार्यो में लगातार स्किर्य होने के बूते चुनाव को अपने पक्ष में करने का मन बना चुके है। वही कोंग्रेस प्रतियाशी भी जनता के बीच विकास के नाम पर वोट की अपील कर रहे है। कुछ भी हो पाडली गुर्जर का चुनाव बड़ा ही रोचक मोड़ पर उस समय पहुंच चुका जब चेयरमैन ने इस चुनाव में अपनी धर्मपत्नी सुनीता सिंह को उतार कर भाजपा कोंग्रेस के उम्मीदवारों के दिलो की धड़कन को बढ़ा दिया है।अब हर जीत का फैसला तो 23 जनवरी को जनता वोट के माध्यम से करेगी लेकिन इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के लिये जनता में काफी उत्साह नजर आ रहा है।
चौ0 सुरेंद्र सिंह पनियाला ने अपनी पत्नी को निर्दलीय के रूप में नगर पंचायत पाडली गुर्जर अध्यक्ष पद पर उतारकर बड़े बड़े दिग्गज नेताओं के वोट बैंक में सेंध लगाई है जिससे उनके चुनाव में उतरने से कई प्रतियाशियो के चेहरे की रौनक अभी से गायब दिखाई देने लगी है।