डॉक्टर सहजाद अली के वार्ड 7 के विकास वाले विजन से विरोधियों में खलबली,,,

डॉक्टर सहजाद अली के वार्ड 7 के विकास वाले विजन से विरोधियों में खलबली,,,

डॉक्टर सहजाद अली के वार्ड 7 के विकास वाले विजन से विरोधियों में खलबली,,,

डॉक्टर सहजाद अपने चुनाव चिन्ह “कप प्लेट” के साथ डोर टू डोर जनसंपर्क कर मतदाताओं का जुटा रहे समर्थन,,,

कलियर:
अनवर राणा।

नगर पंचायत चुनावों का माहौल गर्म है, और हर उम्मीदवार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंक रहा है। ऐसे में वार्ड नंबर 7 से निर्दलीय उम्मीदवार डॉक्टर सहजाद अपने चुनाव चिन्ह “कप प्लेट” के साथ डोर टू डोर जनसंपर्क कर मतदाताओं का समर्थन जुटा रहे हैं। उनकी विनम्रता, युवावस्था और शिक्षित पृष्ठभूमि ने उन्हें जनता के बीच खास पहचान दिलाई है।सहजाद अली का प्रचार अभियान पूरे जोश के साथ जारी है। वह अपने समर्थकों के विशाल जनसमूह के साथ घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं और उन्हें अपने विकास के एजेंडे से परिचित करा रहे हैं। उनके समर्थन में उमड़ रहा जनसैलाब विरोधियों की चिंता बढ़ा रहा है। खास बात यह है कि डॉक्टर सहजाद को क्षेत्र के प्रमुख बड़े परिवारों का समर्थन मिल रहा है, जिससे उनकी जीत की संभावनाएं और प्रबल हो गई हैं।
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वार्ड में लोकप्रियता की वजह….
डॉक्टर सहजाद को वार्ड नंबर 7 में एक शिक्षित, जागरूक और युवा चेहरा माना जा रहा है। उनके शांत और सुलझे हुए व्यवहार ने उन्हें हर वर्ग के मतदाताओं के बीच खासा लोकप्रिय बना दिया है। वह अपने वार्ड में बेहतर विकास कार्य और पारदर्शिता की वकालत करते हैं। यही कारण है कि जनता का रुझान उनके पक्ष में तेजी से बढ़ रहा है।

विरोधियों में मची खलबली
डॉक्टर सहजाद को मिल रहे व्यापक समर्थन ने उनके विरोधियों में खलबली मचा दी है। उनका चुनाव चिन्ह “कप प्लेट” अब हर घर में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग उन्हें बेहतर नेतृत्व और साफ-सुथरी छवि का प्रतीक मान रहे हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान डॉक्टर सहजाद ने कहा कि वह वार्ड के हर गली-मोहल्ले तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने और क्षेत्र को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका वादा है कि वे हर मतदाता की उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेंगे। नगर पंचायत के वार्ड नंबर 7 में डॉक्टर सहजाद अली का चुनावी संघर्ष अब जन समर्थन की शक्ति से मजबूत हो गया है। मतदाताओं का अपार स्नेह और विश्वास उनकी राह को आसान कर रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी नतीजों में यह समर्थन किस हद तक उन्हें सफलता की दहलीज तक पहुंचाता है।

उत्तराखंड