चारधाम यात्रा के पहले ही महीने में हेलीकॉप्टर से जुड़ी तीन घटनाओं ने पुरोहितों की बधाई चिंता, अब तीर्थ पुरोहितों ने इन हादसों को धार्मिक परंपराओं के उल्लंघन का बताया परिणाम,,,

चारधाम यात्रा के पहले ही महीने में हेलीकॉप्टर से जुड़ी तीन घटनाओं ने पुरोहितों की बधाई चिंता, अब तीर्थ पुरोहितों ने इन हादसों को धार्मिक परंपराओं के उल्लंघन का बताया परिणाम,,,

चारधाम यात्रा के पहले ही महीने में हेलीकॉप्टर से जुड़ी तीन घटनाओं ने पुरोहितों की बधाई चिंता, अब तीर्थ पुरोहितों ने इन हादसों को धार्मिक परंपराओं के उल्लंघन का बताया परिणाम,,,
बद्रीनाथ:
चारधाम यात्रा के पहले ही महीने में हेलीकॉप्टर से जुड़ी तीन घटनाओं ने पुरोहितों की चिंता बढ़ा दी है। अब तीर्थ पुरोहितों ने इन हादसों को धार्मिक परंपराओं के उल्लंघन का परिणाम बताया है। उनका कहना है कि बद्रीनाथ धाम पर हेलीकॉप्टर से की जा रही पुष्प वर्षा देवताओं की नाराजगी का कारण बन रही है, जिसका संकेत लगातार हो रही घटनाओं से मिलता है।
उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव बृजेश सती ने कहा, “हम तकनीकी कारणों को नकार नहीं रहे, लेकिन साथ ही धार्मिक मान्यताओं की अवहेलना भी नहीं की जानी चाहिए। 4 मई को जब बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले, उसी दिन हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा की गई, जबकि भगवान बद्रीनाथ ध्यान मुद्रा में होते हैं। इस अवस्था में किसी भी तरह का शोर या आडंबर उचित नहीं है।”
उन्होंने कहा कि, “हमें लगता है कि इस बार पुष्पवर्षा जैसी परंपरा-विरोधी गतिविधियों के चलते देवता अप्रसन्न हैं और इसी कारण एक महीने में तीन हेलीकॉप्टर घटनाएं सामने आई हैं।”
‘परंपरा के विपरीत है यह प्रचार’
पुजारियों का कहना है कि धार्मिक स्थलों का उपयोग प्रचार के माध्यम के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। ब्रह्मकपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति के अध्यक्ष उमेश सती ने कहा, “भगवान बद्रीनाथ को फूल नहीं, तुलसी अर्पित की जाती है। लेकिन हाल ही में हेलीकॉप्टर से फूलों की पंखुड़ियां उड़ाई गईं, जो परंपरा के विरुद्ध है।”
सरकार से अपील, हो नियमबद्ध संचालन
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार से अपील की है कि हेलीकॉप्टर संचालन को लेकर धार्मिक मान्यताओं का सम्मान किया जाए और ऐसी किसी भी गतिविधि पर रोक लगाई जाए जो देवस्थानों की मर्यादा के अनुकूल न हो।

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