मुख्यमंत्री हाजी और काजी का राग अलापते हैं,जो व्यक्ति दुनिया में नहीं उनसे भला उन्हें क्या दिक्कत,,,काजी निजामुद्दीन

मुख्यमंत्री हाजी और काजी का राग अलापते हैं,जो व्यक्ति दुनिया में नहीं उनसे भला उन्हें क्या दिक्कत,,,काजी निजामुद्दीन

मुख्यमंत्री हाजी और काजी का राग अलापते हैं,जो व्यक्ति दुनिया में नहीं उनसे भला उन्हें क्या दिक्कत,,,काजी निजामुद्दीन

मुख्यमंत्री को बुलाने वाले बाहरी प्रदेश के महानुभाव क्षेत्र की समस्याओं से अनभिज्ञ, मंगलौर बाईपास पर चल रहा कार्य,,,
रुड़की।
अनवर राणा।
मुख्यमंत्री के मंगलौर दौरे के बाद क्षेत्रीय विधायक काजी निजामुद्दीन ने उनके संबोधन में कहे शब्दों पर सवाल उठाए हैं।उन्होंने कहा कि वह मंच से हाजी और काजी का राग अलापते हैं,अगर उन्हें मुझसे कोई दिक्कत है तो वह मुझसे कहें और जो व्यक्ति (हाजी) इस दुनिया में नहीं है,उनसे भला उनका क्या द्वेष है यह भी बताएं,वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस गांव में आए वहां पुल की सबसे बड़ी समस्या है उस बारे में भी कुछ नहीं कहकर गए।मंगलौर स्थित कैंप कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि जिनका स्वर्गवास हो चुका है उनके बारे में इस प्रकार से राजनीतिक मंच से बोलना मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लिब्बरहेडी आए तो विश्वास था कि वहां की सबसे बड़ी समस्या पुल को बनाने की घोषणा करेंगे,लेकिन नहीं कि जिससे लोगों में निराशा है।उन्होंने कहा कि यह किसान बाहुल्य क्षेत्र है लेकिन किसानों,मजदूरों और गन्ना भुगतान आदि संबंधी मुख्यमंत्री कोई बात नहीं की।उन्होंने कहा कि जो महानुभाव मुख्यमंत्री को बुला रहे थे उन्होंने बाईपास निर्माण की मांग की।उन्होंने कहा कि वह अगर लोकल होते तो उन्हें पता होना चाहिए कि मंगलौर बाईपास पर काम चल रहा है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्टेडियम की घोषणा की,लेकिन इससे पहले वह झबरेडा एवं अन्य विधानसभा में कई घोषणाएं कर चुके हैं वह भी पूरी नहीं हुई तो यह भी उन घोषणाओं में से एक होगी।उन्होंने कहा कि मंगलौर क्षेत्र में बिजली की बहुत बड़ी समस्या है।ट्रांसफार्मरों की आवश्यकता है,किन्तु आज तक ट्रांसफार्मर नहीं लगे,मुख्यमंत्री को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए था।

उत्तराखंड