हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण की 84वीं बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 347.64 करोड़ रुपये का बजट किया पारित,,,
हरिद्वार,
हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण की 84वीं बोर्ड बैठक में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 347.64 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया। हरिद्वार और रुड़की महायोजना-2041 को शीघ्र सार्वजनिक करने के निर्देश दिए गए। भूपतवाला, सप्तसरोवर, श्रवणनाथ नगर और शिवालिक नगर में आवासीय भवनों के व्यवसायिक उपयोग पर चिंता जताते हुए एक माह के लिए मानचित्र स्वीकृति पर रोक लगाने और क्षेत्रों को ‘नो कंस्ट्रक्शन जोन’ घोषित करने का निर्णय लिया गया।
बैठक प्राधिकरण सभागार में गढ़वाल आयुक्त व प्राधिकरण अध्यक्ष विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, नगर आयुक्त नन्दन कुमार, मुख्य नगर एवं ग्राम नियोजक एस.एम. श्रीवास्तव, नगर पालिका अध्यक्ष (शिवालिकनगर) राजीव शर्मा, शासन के विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। संचालन सचिव मनीष कुमार सिंह ने किया।
बैठक में पिछली बैठक की पुष्टि के साथ कुल 26 बिंदुओं पर चर्चा हुई। हरिद्वार और रुड़की महायोजना-2041 का प्रस्तुतीकरण किया गया, जिसे शीघ्र जनता के समक्ष लाने का निर्णय लिया गया।
नगर निकाय सीमा से बाहर मूल आबादी क्षेत्रों में मानचित्र स्वीकृति से छूट संबंधी प्रस्ताव पर चर्चा कर उसे शासन को भेजने का निर्णय लिया गया।
रुड़की में पार्कों के सौंदर्यीकरण का सुझाव सामने आया, जिस पर जिलाधिकारी से प्रस्ताव लेकर अगली बैठक में लाने को कहा गया।
हरिद्वार नगर क्षेत्र में आवासीय भवनों के व्यवसायिक उपयोग से उत्पन्न यातायात, पार्किंग और अग्निशमन संबंधी समस्याओं पर गंभीर चिंता जताई गई। तय हुआ कि एक माह तक भवन मानचित्र स्वीकृति रोकी जाएगी और इन क्षेत्रों का सर्वे कर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
नगर निगम को आवारा पशुओं के रेस्क्यू और सराय स्थित एबीसी सेंटर के लिए 50 लाख रुपये और एक रेस्क्यू वाहन की स्वीकृति दी गई।
भू-उपविभाजन व विकास शुल्क की दरों को एक समान करने का प्रस्ताव विचार के बाद शासन को भेजा गया।
हरिद्वार-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर ‘लैंड बैंक’ विकसित करने के लिए भूमि संयोजन योजना के तहत सहमति दी गई। जल्द ही इस संबंध में सार्वजनिक सूचना जारी की जाएगी।
अन्य प्रस्तावों पर गुण-दोष के आधार पर निर्णय लिए गए।
प्राधिकरण की ओर से मुख्य वित्त अधिकारी शैफाली गुप्ता, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता और अन्य अधिकारी भी बैठक में शामिल रहे।