ज्वालापुर क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर फंसाने, उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाने और फिर परिजनों को भेजकर बदनाम करने का गंभीर मामला आया सामने,,,
हरिद्वार।
ज्वालापुर क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर फंसाने, उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाने और फिर परिजनों को भेजकर बदनाम करने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि परिजनों द्वारा विरोध किए जाने पर आरोपी और उसके साथियों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए ₹10 लाख की मांग की और वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाने की धमकी दी।
मुख्य आरोपी सुशील पुत्र राम सिंह, निवासी ग्राम आन्नेकी, पोस्ट हेत्तमपुर, थाना भगवानपुर, हरिद्वार बताया गया है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपी ने पहले किशोरी से करीबी बढ़ाई, फिर डिजिटल माध्यमों से उसकी आपत्तिजनक सामग्री तैयार की। इसके बाद आरोपी के परिवार के अन्य सदस्यों ने इस सामग्री को पीड़िता के परिजनों और रिश्तेदारों को भेजना शुरू कर दिया।
मनोवैज्ञानिक दबाव में आकर नाबालिग ने खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश भी की, लेकिन समय रहते उसे बचा लिया गया। परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।
परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने इस मामले में बात करनी चाही तो सुशील, उसके पिता, दादा और अन्य साथियों ने न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि धमकी भी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो पूरा परिवार बदनाम कर दिया जाएगा। आरोपियों में से कुछ के खिलाफ बिहार के किशनगंज में भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया, “घटना की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल की मदद से तकनीकी जांच जारी है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पीड़िता को सुरक्षा और मानसिक परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।”मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई कर रही है।
हरिद्वार। ज्वालापुर क्षेत्र में एक नाबालिग किशोरी को शादी का झांसा देकर फंसाने, उसका आपत्तिजनक वीडियो बनाने और फिर परिजनों को भेजकर बदनाम करने का गंभीर मामला सामने आया है। आरोप है कि परिजनों द्वारा विरोध किए जाने पर आरोपी और उसके साथियों ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए ₹10 लाख की मांग की और वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाने की धमकी दी।
मुख्य आरोपी सुशील पुत्र राम सिंह, निवासी ग्राम आन्नेकी, पोस्ट हेत्तमपुर, थाना भगवानपुर, हरिद्वार बताया गया है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि आरोपी ने पहले किशोरी से करीबी बढ़ाई, फिर डिजिटल माध्यमों से उसकी आपत्तिजनक सामग्री तैयार की। इसके बाद आरोपी के परिवार के अन्य सदस्यों ने इस सामग्री को पीड़िता के परिजनों और रिश्तेदारों को भेजना शुरू कर दिया।
मनोवैज्ञानिक दबाव में आकर नाबालिग ने खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश भी की, लेकिन समय रहते उसे बचा लिया गया। परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी।
परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने इस मामले में बात करनी चाही तो सुशील, उसके पिता, दादा और अन्य साथियों ने न सिर्फ गाली-गलौज की, बल्कि धमकी भी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो पूरा परिवार बदनाम कर दिया जाएगा। आरोपियों में से कुछ के खिलाफ बिहार के किशनगंज में भी आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया, “घटना की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल की मदद से तकनीकी जांच जारी है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पीड़िता को सुरक्षा और मानसिक परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।”मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई कर रही है।