मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि बिजली करंट की अफवाहों के चलते फैले अफरातफरी के कारण हुआ हादसा,,,
हरिद्वार:
मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ की प्रारंभिक जांच से संकेत मिला है कि यह हादसा बिजली करंट की अफवाहों के चलते फैले अफरातफरी के कारण हुआ। इस हादसे में छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया, “प्रारंभिक जांच में पता चला है कि करंट फैलने की अफवाह से लोगों में दहशत फैल गई। लोग तेजी से हटने लगे, जिससे धक्का-मुक्की शुरू हो गई और कई लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े।”
उन्होंने बताया कि सुबह करीब नौ बजे पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस की टीम तुरंत मंदिर परिसर पहुंची। भगदड़ मंदिर की सीढ़ियों के पास हुई थी।
एसएसपी डोबाल के अनुसार, अब तक कुल 35 लोगों को रेस्क्यू किया गया है, जिनमें से छह की मौत हो चुकी है। राहत और बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) और दमकल विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। फॉरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं और वर्तमान में मंदिर परिसर की स्थिति सामान्य है।
घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए इसे अत्यंत दुःखद बताया। उन्होंने कहा,
“हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ की अत्यंत दुःखद खबर प्राप्त हुई है। SDRF, स्थानीय पुलिस और अन्य राहत टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “मैं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं। मां भगवती से प्रार्थना करता हूं कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहें।”
श्रावण मास के चलते हर साल लाखों श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते हैं। इस बार भी हर की पौड़ी और मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ उमड़ी थी। चश्मदीदों के अनुसार, कतार में खड़े लोगों में अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई जिससे भगदड़ मच गई।
फिलहाल प्रशासन स्थिति का आकलन कर रहा है, और अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।

