हरियाली तीज का पर्व जब सज-धजकर, हंसी-खुशी और गीत-संगीत के साथ मनाया जाए, तो वह पल हर महिला के लिए बन जाता है यादगार,,,
रामनगर:
हरियाली तीज का पर्व जब सज-धजकर, हंसी-खुशी और गीत-संगीत के साथ मनाया जाए, तो वह पल हर महिला के लिए यादगार बन जाता है। ऐसा ही नज़ारा रामनगर में देखने को मिला, जब कॉर्बेट सखी ग्रुप की ओर से होटल देसी रूट्स में तीज महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।
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कार्यक्रम की शुरुआत में महिलाओं ने पारंपरिक पोशाकों में सजधज कर सांस्कृतिक गरिमा के साथ मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। लोकगीतों की धुन और राजस्थानी घूमर पर थिरकती महिलाओं ने जैसे माहौल में उत्सव की आत्मा भर दी। मंच पर एक ओर जहां लोक नृत्य की प्रस्तुति थी, वहीं दूसरी ओर खेलकूद प्रतियोगिताओं ने सबका मन मोह लिया।
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महिलाओं की प्रतिभा ने बांधा समां
महोत्सव में नृत्य, रैंप वॉक, चम्मच दौड़, म्युजिकल चेयर, बैलून गेम और एक मिनट गेम जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिसमें महिलाओं ने पूरे जोश के साथ भाग लिया। हर खेल में हंसी, तालियों और जीत की उमंग देखने लायक थी।
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भारतीय परिधान में दिखी सांस्कृतिक झलक
कार्यक्रम में महिलाओं ने पारंपरिक भारतीय परिधान पहनकर न सिर्फ उत्सव की शोभा बढ़ाई बल्कि नई पीढ़ी के लिए एक उदाहरण भी प्रस्तुत किया कि भारतीय संस्कृति से जुड़ाव कैसे बनाए रखा जाए। सभी ने एक स्वर में कहा कि ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए जो हमारी परंपराओं को जीवित रखें।
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कार्यक्रम संचालन और विशेष सहभागिता
कार्यक्रम की रूपरेखा अनुभा शर्मा और ग्रोविंग बड्स स्कूल की प्रधानाचार्य अनीता रावत ने तैयार की और मंच संचालन भी किया। आयोजन को सफल बनाने में पुष्कर हॉबी क्लास की संस्थापिका एवं समाजसेविका पूनम गुप्ता का अहम योगदान रहा।
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‘सावन क्वीन’ बनीं इंदु ध्यानी
महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा ‘तीज क्वीन’ और ‘सावन क्वीन’ प्रतियोगिता, जिसमें पारंपरिक पहनावे, प्रस्तुति और उत्साह के आधार पर इंदु ध्यानी को ‘सावन क्वीन’ का ताज पहनाया गया। मंच से जब उनका नाम घोषित हुआ, तो तालियों की गूंज से माहौल और भी खुशनुमा हो गया।
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महिलाओं की शानदार भागीदारी
इस रंगारंग आयोजन में नेहा अग्रवाल, आरती अग्रवाल, खुशबू, आकांक्षा, मेघा, रति, नीलम, शिवांगी, लवी, इशिका, प्रिया, गीता सहित कई महिलाओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम में भाजपा नेत्री रुचि गिरी की मौजूदगी ने आयोजन को और गरिमा प्रदान की।
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समापन सामूहिक नृत्य के साथ
महोत्सव का समापन ढोल-नगाड़ों और सामूहिक नृत्य के साथ हुआ, जिसमें सभी महिलाओं ने मिलकर झूमते हुए तीज और सावन के इस सुहाने अवसर को यादगार बना दिया।

