जनपद में नशीले पदार्थों की बढ़ती तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा हुई बैठक आयोजित,,,

जनपद में नशीले पदार्थों की बढ़ती तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा हुई बैठक आयोजित,,,

जनपद में नशीले पदार्थों की बढ़ती तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा हुई बैठक आयोजित,,,
हरिद्वार:
जनपद में नशीले पदार्थों की बढ़ती तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी राजपत्रित अधिकारी और एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत मामलों की विवेचना कर रहे अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान एसएसपी डोबाल ने नशीली दवाओं से जुड़े मामलों की विवेचना में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सिर्फ नशा तस्करों को पकड़ना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह पता लगाना आवश्यक है कि नशा कहां से आ रहा है और कहां-कहां सप्लाई किया जा रहा है। मामले की तह तक जाकर प्रभावी कार्रवाई की जाए।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि नशीले पदार्थों से जुड़े प्रत्येक अभियोग की विवेचना गंभीरता से की जाए। ऐसे मामलों में केवल गिरफ्तारी पर ही संतोष न किया जाए, बल्कि नशे के स्रोत और नेटवर्क का पूरी तरह से खुलासा कर उसे जड़ से खत्म किया जाए।
एएनटीएफ टीम को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने निर्देशित किया कि नशा विरोधी कार्यबल (एएनटीएफ) सभी थाना प्रभारियों से समन्वय बनाकर नशा कारोबारियों के विरुद्ध कड़ी रणनीति बनाए। इस रणनीति के अंतर्गत नशे के सौदागरों पर सीधी और सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि जिले में नशा कारोबार पूरी तरह से समाप्त हो सके।
हिस्ट्रीशीट और संपत्ति जब्ती की कार्रवाई होगी तेज़
बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि नशा तस्करी में लिप्त अभ्यस्त अपराधियों की हिस्ट्रीशीट तत्काल खोली जाए। साथ ही, नशे के धंधे से अर्जित संपत्ति का चिन्हीकरण कर उसे जब्त करने की कार्रवाई भी तेजी से की जाए।
एसएसपी डोबाल ने कहा कि नशे के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही को परिणामकारी और दीर्घकालिक बनाना है। इसके लिए प्रत्येक अधिकारी को गंभीरता और जवाबदेही के साथ कार्य करना होगा।

उत्तराखंड