दरगाह प्रबंधक नहीं रोक पा रही दान के पैसों की बंदरबांट,फर्जी खादिम व दरगाह सेवको का मामला पैसों की चोरी में सीसीटीवी से हुआ उजागर,,,

दरगाह प्रबंधक नहीं रोक पा रही दान के पैसों की बंदरबांट,फर्जी खादिम व दरगाह सेवको का मामला पैसों की चोरी में सीसीटीवी से हुआ उजागर,,,

दरगाह साबिर पाक में फर्जी खादिमों से मिलीभगत उजागर, तीन कर्मचारी ड्यूटी से हटाए गए..

पंजाब से आए जायरीन की शिकायत पर हुई जांच, दान के पैसों की बंदरबांट..

दरगाह प्रबंधक नहीं रोक पा रही दान के पैसों की बंदरबांट,फर्जी खादिम व दरगाह सेवको का मामला पैसों की चोरी में सीसीटीवी से हुआ उजागर,,,
कलियर:
विश्वविख्यात दरगाह हज़रत साबिर पाक में नियुक्त कर्मचारियों की फर्जी खादिमों से मिलीभगत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पंजाब से आए जायरीन की शिकायत के बाद दरगाह प्रबंधन द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन कर्मचारियों को ड्यूटी से हटाए जाने का निर्णय लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पंजाब से दरगाह पहुंचे जायरीन ने प्रबंधक से शिकायत की थी कि उनके दर्शन के दौरान दरगाह परिसर में नियुक्त कर्मचारी फर्जी खादिमों के साथ मिलकर गोलक में डाले जा रहे दान को अपनी जेब में रख रहे हैं। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि कर्मचारी, फर्जी खादिमों को दरगाह के भीतर ले जाकर उन्हें तय स्थान पर खड़ा कर रहे थे और उनसे वसूली कर दरगाह की मर्यादा को ठेस पहुँचा रहे थे।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्रबंधक ने जांच के निर्देश दिए, जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से निगरानी की गई। फुटेज में स्पष्ट रूप से कर्मचारी जमशेद उर्फ जिम्मू, अज़मेरी और रिज़वान द्वारा गोलक में डाली जाने वाले दान को दरगाह शरीफ के पैताने कदम बोशी में रखवाई जा रही है, और फर्जी खादिमों को दरगाह के भीतर प्रवेश कराते हुए देखा गया, जो उक्त पैसों को उठाते हुए दिखाई दी।
जांच में यह भी सामने आया कि उक्त कर्मचारी न केवल स्वयं अवैध रूप से पैसे रख रहे थे, बल्कि अपनी ड्यूटी की आड़ में फर्जी खादिम, अजीम पीरजी व अजीम पँजारी को भी सुविधा देकर दरगाह परिसर की पवित्रता के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। प्रबंधक ने इसे दरगाह की गरिमा के खिलाफ गंभीर कृत्य मानते हुए तीनों को तत्काल प्रभाव से ड्यूटी से पृथक कर दिया है।
यह मामला अब उच्चाधिकारियों के संज्ञान में प्रस्तुत कर दिया गया है, जहाँ अंतिम निर्णय तक तीनों कर्मचारियों को ड्यूटी से निलंबित रखा जाएगा।

उत्तराखंड