इंसानियत और रूहानियत का केंद्र है साबिर पाक की दरगाह,,,सलमा अंसारी
रुड़की।
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की धर्मपत्नी सलमा अंसारी ने पिरान कलियर स्थित दरगाह हजरत साबिर पाक में चादर पेश कर देश में अमन-शांति शांति की दुआ मांगी।उन्होंने दरगाह में चादरपोशी और पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात दरगाह कार्यालय में वार्ता करते हुए कहा कि वह बचपन से हजरत साबिर पाक की दरगाह में आस्था रखती हैं और विश्व के अनेक देशों में उनकी यात्राएं हुई हैं,परंतु जो शांति और सुकून साबिर पाक की दरगाह में आकर मिलता है,वह कहीं प्राप्त नहीं होता।उन्होंने कहा की यहां पर रूहानियत और इंसानियत दोनों के दर्शन होते हैं।कहा कि यह दरगाह हिंदू,मुस्लिम एकता,राष्ट्रीय एकता तथा भाईचारे का ऐसा केंद्र है,जहां केवल मानवता ही एकमात्र धर्म मानी जाती है।उन्होंने कहा कि यहां पर हर धर्म के लोग अपनी आस्था लेकर आते हैं और यहां से उनको मुरादे मिलती है।मेरा यह विश्वास और अकीदा है कि जो सच्चे मन से बाबा साबिर के दरबार में मन्नत मांगता है वह अवश्य पूरी होती है।उन्होंने कहा कि पूरे विश्व से श्रद्धालु यहां आते हैं,परंतु अभी भी अनेक सुविधाओं से यह क्षेत्र वंचित है,जिसके विकास लिए और बहुत कुछ किया जाना चाहिए।इससे पूर्व मुजफ्फरनगर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट सैयद नसीर जैदी,उर्स कमेटी के संयोजक व अंतर्राष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी,अपर तहसीलदार मोहम्मद यूसुफ,दरगाह प्रबन्धक रजिया सहित पुलिस के अधिकारियों व दरगाह कर्मचारियों ने सलमा अंसारी का स्वागत किया तथा उनको प्रसाद भेंट किया।इस अवसर पर दिल्ली से पधारे ओएसडी प्रोटोकॉल सतीश कुमार,सैयद नसीर जैदी,इमरान देशभक्त,सलमान फरीद,राव सिकंदर,जमशेद जिम्मू,मोहम्मद हारुन तुर्क,राव शारिक आदि मौजूद रहे।