दरगाह में हो रही लूट मचाई पर स्थानीय जिम्मेदार लोग खामोश क्यों

दरगाह में हो रही लूट मचाई पर स्थानीय जिम्मेदार लोग खामोश क्यों

साबरी लंगर खाने में राशन बनाने को लेकर फेरफेरी

“हम करें बात दलीलों से, तो भी रद्द होती है..
वो झूठ भी बोले, तो सनद होती है..

*अनवर राणा!*

रुड़की/पिरान कलियर!

जी हा इन दिनों साबिर की नगरी में हालात यही है, जहां अपने-अपने मफाद के लिए सब ख़ामोश है, या ये कहे कि
*”यहाँ सब खामोश हैं, कोई भी आवाज़ नहीं करता,,*
*”सच बोल कर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता,,* तो कुछ गलत नही होगा। हालात ये है कि जिम्मेदार ही अपनी जिम्मेदारी को भुलाकर ख़ामोश है और स्वार्थित लोग खूब जमकर लूटपाट मचा रहे है। बात उस पवित्र नगरी की हो रही है जहां देश विदेश से लोग अपनी गहरी आस्था लेकर आते है और अपने मजबूत अक़ीदे से फैजियाब होकर लौटते है। जी हां उत्तराखंड प्रदेश का एक बड़ा तीर्थ स्थल, सूफ़ीईज्म का बड़ा मरकज़, आस्था की नगरी के नाम से विख्यात पिरान कलियर जहां विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजरत अलाउद्दीन अली अहमद साबिर पाक और अन्य दरगाहे मौजूद है। दरगाह साबिर पाक की तमाम व्यवस्थाओं का ज़िम्मा दरगाह दफ़्तर पर है, लेकिन इन दिनों दरगाह दफ्तर में तैनात अधिकारी कर्मचारीयो दरगाह की आय को नुकसान पहुंचने के हर उस हथकंडे को अपना रहे है ,जिससे दरगाह कर्मी व कार्यालय स्टाफ अवैध कमाई कर सके।दरगाह कार्यालय स्टाफ अपने उच्च अधिकारियों को भी सही जानकारी न देकर गुमराह करती रिपोर्ट प्रेषित करने में लगा हुआ है जिस कारण उच्च अधिकारी कोई भी कार्यवाही नही कर पा रहे है । दरगाह कार्यालय के दस कर्मचारियों को अवैध वसूली के मामले में दरगाह से हटा दिया जाना ,लंगर खाने में प्रतिदिन दो टाइम बन रहे तीन कुंतल राशन,आदि में हर रोज बड़े पैमाने पर हेराफेरी की जा रही है । जिसकी जानकारी दरगाह कार्यालय स्टाफ को भी होने के बावजूद यह नही देखा जा रहा है कि जब यहां पर इन दिनों यात्री ही कम आ रहे है तो फिर तीन कुंतल राशन को कोन खा रहा है या फिर सिर्फ कागज में ही सुबह शाम तीन कुंतल राशन बन रहा है लंगर इंचार्ज का तर्क भी चोकाने वाला है कि हर रोज हाजरी वाले व जायरीन बड़ी संख्या में सबरी लंगर खाना में खाना खाने के लिये आ रहे है।हालांकि अधिकारियों द्वारा यदि सी सी टी वी कैमरा की सी डी देखी जाए तो इस मामले का भ्र्ष्टाचार स्वयम ही अधिकारियों के सामने आ जायेगा।जबकि यहां के जिम्मेदार कुम्भकर्णी नींद सोय हुए है और स्वार्थित लोग जमकर आनन्द उठा रहे है।
वही स्थानीय जिम्मेदार जो अपने आप को दरगाह हितैषी होने का दम भरते है वो भी दरगाह में हो रही लूट मचाई पर ख़ामोश है। वही दरगाह प्रबंधक की माने तो जानकारी करने के बाद कार्यवाही की बात प्रबंधक महोदय द्वारा की जा रही है।

उत्तराखंड