नेलांग से तीस किमी आगे तक जा सकेंगे पर्यटक:त्रिवेंद्र सिंह रावत
(देशराज) रुड़की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सीमांत ब्लॉकों के विकास के लिए बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट फंड की तरह ही राज्य बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट फंड बनेगा। इसके लिए व्यवस्था की जा रही है। इसी तरह सीमा के किसानों के लिए भी सीमांत किसान फंड की व्यवस्था की जा रही है। देश में इस तरह के फंड की व्यवस्था वाला उत्तराखंड पहला राज्य होगा। उत्तराखंड में उत्तरकाशी का भटवाड़ी, चमोली का जोशीमठ और पिथौरागढ़ जिले का धारचूला ब्लॉक शामिल है।
हर्षिल में आयोजित सेब महोत्सव में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट फंड व सीमांत किसान फंड से इस क्षेत्र का विकास और किसानों की समस्याओं का समाधान तत्काल किया जा सकेगा। जो छोटी-मोटी दिक्कतें काश्तकारों के सामने आती हैं, उनका निदान इस फंड से हो सकेगा। कहा कि अभी तक भारत-चीन सीमा पर स्थित नेलांग तक ही पर्यटक जा पा रहे थे, लेकिन जल्द ही नेलांग से 30 किमी सीमा की ओर का क्षेत्र पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। पर्यटक नेलांग-जादूंग घाटी के शीत मरुस्थल का भी आनंद ले सकेंगे। साथ ही, सीएम ने कहा कि नेलांग और जादुंग गांव में वहां के मूल निवासी अपने पुराने घरों को बना सकेंगे। इनमें ग्रामीण होम स्टे भी संचालित कर सकते हैं। इसके लिए राज्य सरकार ग्रामीणों को अलग से सहायता देगी। जिससे लेह-लद्दाख जाने वाले पर्यटक उत्तरकाशी की इस घाटी में आएंगे।
सीएम रावत ने कहा कि इसके लिए रक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार के बीच सहमति बनी है। साथ ही, थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत से भी इस मामले में उनकी वार्ता हुई है। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा को लेकर सेना और स्थानीय लोगों के बीच आपसी समन्वय बेहतर होना चाहिए। सीएम ने हर्षिल-मुखवा-जांगला मोटर मार्ग बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि यह मार्ग शीतकाल में सेना की आवाजाही के लिए भी सुलभ होगा।