दरगाह साबिर पाक की खिदमत को लेकर प्रबंधक की कि जा रही परिक्रमा,दरगाह को बनाया जा रहा निजी दुकान,,,। जिस काम के लिये तनख्वाह पाते है उसे नही करते खिदमतगार,,,।

दरगाह साबिर पाक की खिदमत को लेकर प्रबंधक की कि जा रही परिक्रमा,दरगाह को बनाया जा रहा निजी दुकान,,,। जिस काम के लिये तनख्वाह पाते है उसे नही करते खिदमतगार,,,।

दरगाह साबिर पाक की खिदमत को लेकर प्रबंधक की कि जा रही परिक्रमा,दरगाह को बनाया जा रहा निजी दुकान,,,।
जिस काम के लिये तनख्वाह पाते है उसे नही करते खिदमतगार,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
दरगाह साबिर पाक कार्यालय का रोजाना नया फरमान देखकर ऐसा लगता है कि कुछ कर्मचारियों ने अपनी निजी जागीर समझकर मनमर्जी से जिस काम के लिये दरगाह के दान के पैसे से तनख्वाह लेते है उसे बिल्कुल भी नही करना चाहते बल्कि दुकान चमकाने को खिदमत की ड्यूटी शाम दाम दण्ड भेद की नीति से करना चाहते है।यही नही खिदमत में वख्फ बोर्ड सी ई ओ आई ए एस अहमद इकबाल द्वारा बाहरी किसी भी व्यक्ति पर रोक लगायी थी ,लेकिन दरगाह कर्मियों की मौजूदगी में बाहरी लोग खिदमत सहित दरगाह के अंदर खड़े होकर जायरीनों से लूटपाट बादस्तूर कर रहे है।पूर्व प्रबंधक परवेज आलम ने दरगाह की खिदमत के लिये दो सुपरवाइजर व अन्य कर्मियों की ड्यूटी लगायी थी ,लेकिन सुपरवाइजर को साथ ने रखने के लिये आमद आदत से मजबूर दरगाह कर्मी प्रबंधक हारून सिद्दीकी पर डोरे डालकर सुपरवाइजरों को हटाया गया है ।दरगाह कर्मी अपने साथ खिदमत के दौरान बाहर से आने वाले लोगो जिनमे मशहूर नाम पंजाब से आने वाले मिस्सी बाबा जिसके बारे में बाल्मीकि समाज से होने की चर्चा व्याप्त उसे भी खिदमत में लिया जा रहा है। क्या कारण है जो प्रबंधक महोदय बाहरी लोगो को रोकने व सुपरवाइजरों को ड्यूटी देने में नाकाम हो रहे है,इसे लेकर क्षेत्र में चर्चा व्याप्त हो रही है।

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