सांठगांठ कर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर  2019-20 के बकायादार ठेकेदार अपने भाई भतीजो के नाम प्रतिदिन का प्रार्थना पत्र देकर  प्रशाद की दुकानों पर नवचंडी जुमेरात से पूर्व फिर काबिज होने कर रहे प्रयास ,,,।

सांठगांठ कर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर  2019-20 के बकायादार ठेकेदार अपने भाई भतीजो के नाम प्रतिदिन का प्रार्थना पत्र देकर  प्रशाद की दुकानों पर नवचंडी जुमेरात से पूर्व फिर काबिज होने कर रहे प्रयास ,,,।

सांठगांठ कर उच्च अधिकारियों को गुमराह कर  2019-20 के बकायादार ठेकेदार अपने भाई भतीजो के नाम प्रतिदिन का प्रार्थना पत्र देकर  प्रशाद की दुकानों पर नवचंडी जुमेरात से पूर्व फिर काबिज होने कर रहे प्रयास ,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
दरगाह सबीरे पाक के ठेको की बकाया 30 प्रतिशत धनराशि भी जमा नही किया ओर अधिकारियों से  कोरोना काल का हवाला देकर 139 दिन का लाभ पाकर ठेकेदार प्रतिदिन का प्रार्थना पत्र देकर सांठगांठ के चलते फिर से अपने भाई भतीजो के नाम प्रशाद की दुकान पर काबिज होकर सोची समझी साजिश से काबिज होने के प्रयास में लगे हुवे है। जिसमे ठेकेदारों के साथ कुछ दरगाह कार्यालय के जिम्मेदार लोग भी दे रहे है। जबकि इन्ही ठेकेदारों के नाम व इनके भाई भतीजो के नाम बकायादारों की लिस्ट में इस वर्ष ओर पूर्व की लिस्ट में चले आ रहे है। अब ठेकेदार सांठगांठ कर आगामी नवचंडी जुमेरात से पूर्व प्रशाद की दुकानों पर काबिज होने का प्रयास पुरजोर कर रहे है , बाकी के ठेको को ठेकेदार बादस्तूर चला रहे है। वर्ष 2019-20 के ठेकेदारों ने प्रशासन व शासन के आदेश को ठेंगा दिखाकर कोरोना  काल के बहाने नुकसान दिखाकर 139 दिन का अतिरिक्त कार्यकाल भी लिया ओर 30 प्रतिशत भी समय पर जमा नही किया।जबकि शासन व प्रशासन ने सशर्त कोरोना काल का लाभ ठेकेदारों को दिया था कि जो 20/11/2020 के मुताबिक आदेश हुआ कि तत्काल 30 प्रतिशत जमा करें ओर 139 दिन का लाभ दिया जाता है अन्यथा ठेकेदारों के ठेके निरस्त किये जायें। लेकिन हैरत की बात यह रही दरगाह कार्यालय के जिम्मेदार कर्मियों ने सांठगांठ कर 30 प्रतिशत बकाया भी नही जमा कराया ओर 139 दिन का पूरा अतिरिक्त समय भी ठेकेदारों को थाली में परोसने का काम किया।यही वजह है जो हर वर्ष ठेकेदार दरगाह के ठेको की बकाया धनराशि सोची समझी चाल से वर्ष दर वर्ष हजम करते जा रहे है ओर दरगाह की आय का नुकसान हो रहा है।अधिकारी व कर्मचारी कोई कार्यवाही ठेकेदारों से वसूली की नही कर पा रहा है जिससे ठेकेदारों के हौसले बुलंद है।

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