प्रबंधक द्वारा समय पर वार्षिक ठेके न कराकर दो करोड़ रुपये की आय को बन्दर बांट क्यो किया ,कौन है जिम्मेदार,,,।
वक्फ बोर्ड देहरादून के वक्फ निरीक्षक तक तार जुड़े होने की चर्चा जोरों पर,,,।
रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
पिरान कलियर दरगाह कार्यालय का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता जो ऐसे नासमझ इंसान को प्रबंधक बनाया गया है ,जो हर काम को अपने परिचित वकील से सलाह लेकर उसमें फायदा ढूंढने का घिनोना प्रयास कर अवैध धन उगाही में हर समय लगा रहता है।यही कारण है जो समय पर दरगाह के वार्षिक ठेके न कराकर ठेको का समय पूरा होने के पश्चात से आज तक अपनी टीम के सुपरवाइजरों की मार्फ़त दरगाह की आय के दो करोड़ रुपये की चपत लगा चुका है ।क्योंकि चर्चित वक्फ निरीक्षक मो0 अली से सौदा अच्छा पटने की वजह से ही यह सब खेल खुलकर प्रबंधक द्वारा खेला जाने की चर्चा लोगो मे व्याप्त है।यही कारण हो सकता कि दरगाह की देखरेख कर रहे दो आईएएस अधिकारी सीईओ वक्फ /ज्वाइंट मजिस्ट्रेट भी उक्त दोनों लोगो के द्वारा भृमित कर खूब चांदी लूटकर दरगाह को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।अब देखना इस पूरे कार्यक्रम को कुछ अकीदत मन्द लोग हहकोर्ट में ले जाने की फिक्र में लगे है ताकि इन लुटेरों का भंडाफोड़ हो सके,और दरगाह की आय लूटने वालो की जवाबदेही तय हो सके।
प्रबंधक के भ्र्ष्टाचार से सम्बंधित अगली खबर दूसरे एपिशोड में जल्द,,,।

