मजिस्ट्रेट रुड़की के निर्देश पर नायाब तहसीलदार ने राव सिकन्दर सुपरवाइजर के द्वारा दस हजार के आरोप में विजिलेंश टीम देहरादून को पकड़वाए गये प्रबंधक हारून के कक्ष से चढ़ावे का सामान निकालकर लेखाकार दरगाह को सौंपा,,,।

मजिस्ट्रेट रुड़की के निर्देश पर नायाब तहसीलदार ने राव सिकन्दर सुपरवाइजर के द्वारा दस हजार के आरोप में विजिलेंश टीम देहरादून को पकड़वाए गये प्रबंधक हारून के कक्ष से चढ़ावे का सामान निकालकर लेखाकार दरगाह को सौंपा,,,।

*मजिस्ट्रेट रुड़की के निर्देश पर नायाब तहसीलदार ने राव सिकन्दर सुपरवाइजर के द्वारा दस हजार के आरोप में विजिलेंश टीम देहरादून को पकड़वाए गये प्रबंधक हारून के कक्ष से चढ़ावे का सामान निकालकर लेखाकार को सौंपा,,,।*

रुड़की/कलियर
अनवर राणा।
ज्वाईंट मजिस्ट्रेट रुड़की अपूर्वा पांडेय के निर्देश पर अपर तहसीलदार सुरेश पाल सैनी कलियर पहुँचे और दरगाह कार्यालय में प्रबंधक के कमरे में रखी आलमारी का ताला लगा हुआ और चाबी न होने पर कारीगर को बुलाकर दरगाह प्रबधक के कमरे में रखी अलमारी का ताला खुलवाया गया है,जिसमें से 5,10 ,20 रुपये के नोटों की दो चादर,एक छाता नोट लगा हुआ और एक कपडे की चादर पर 10 रूपये के नोट लगी हुई और एक विदेशी मुद्रा के नोटों की माला और 4 माला 10,20 रुपये के नोटों की इसके साथ एक मोतियों का सेहरा दो पगड़ी और चाँदी की दो प्लेट, दो माला, एक कड़ा, दो अंगूठी, चार छल्ले चाँदी की और आमिल ठेकेदार के पुत्र की नियुक्ति सम्बन्धी तथा दो अन्य पत्रावली आदि सामन निकालकर कर्मचारियों की मौजूदगी में फिर से कमरे का ताला लगा दिया गया है।
तत्कालीन दरगाह प्रबंधक को 9 जून को दरगाह सुपरवाइजर राव सिकन्दर ने रिश्वत देकर रंगेहाथ 10000 हजार रुपये के आरोप में देहरादून से आई विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद दरगाह प्रबंधक ऑफिस को भी बंद कर दिया गया था।

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