हत्यारे ने लगाया मृतक पुजारी पर कुकर्म करने का आरोप

हत्यारे ने लगाया मृतक पुजारी पर कुकर्म करने का आरोप

हत्यारे ने लगाया मृतक पुजारी पर कुकर्म करने का आरोप

रुड़की।
अनवर राणा
एसएसपी हरिद्वार में मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम नसीरपुर गांव के मंदिर के पुजारी की हत्या कांड का खुलासा किया है। हत्याकांड में शामिल हत्यारे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारे का आरोप है कि पुजारी उसके साथ कुकर्म करता था और पुजारी उसे चोरी में फसाने की धमकी दे रहा था जिसके डर से ही उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। शुक्रवार मंगलौर कोतवाली में घटना का खुलासा करते हुए एसएसपी हरिद्वार योगेंद्र सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर ग्राम में मंदिर के पुजारी सुखराम उर्फ सूखा की 17 सितंबर 2021 को हत्या कर दी गई थी। हत्या का मुकदमा संदीप पुत्र ह्रदयराम निवासी रणसुरा देवबंद ने दर्ज कराया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपी की तलाश शुरू की थी और इसके लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था। पुलिस टीम ने साक्ष्यों के आधार पर एक आरोपी धर्मेंद्र पुत्र राजवीर निवासी मीरपुर को गिरफ्तार किया और पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह शादीशुदा नही है। वह और सुखराम 2 से 3 साल से एक दूसरे को जानते हैं और ग्राम दुग्चैड़ी स्थित गन्ना सेंटर में चौकीदारी का काम करते थे। एक दिन सुखराम ने उसे दो हजार का नोट दिखाया और कमरे में ले गया जहां सुखराम ने उसके साथ कुकर्म किया। आरोपी ने बताया कि सुखराम अक्सर उसके साथ कुकर्म किया करता था और उसके एवज में पैसे देता था। आरोपी ने बताया कि जब सुखराम नसीरपुर स्थित मंदिर में आ गया था तब भी उसने कई बार उसे बुलाया और कुकर्म किया। आरोपी की माने तो अब सुखराम उसे कुकर्म करने के बाद पैसे भी नहीं देता था। आरोपी ने बताया कि घटना वाली रात वह अपने गांव से साइकिल पर चलकर नसीरपुर पहुंचा था देर रात पहुंचने पर उसने जब बाबा से खाना मांगा तो सुखराम ने खाना देने से मना कर दिया और जब वह आरोपी के साथ कुकर्म करने लगा तो उसने पैसे की मांग की लेकिन बाबा सुखराम ने पैसे देने से इनकार कर दिया। बाबा ने कहा कि अब वह मन्दिर का महंत है और अगर उसने पैसे मांगे तो मन्दिर में चोरी के आरोप में फंसा देगा। आरोपी ने अपने बचाव के लिए बाबा सुखराम की बिजली का करंट लगाकर हत्या कर दी।आरोपी को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कोश्यारी, उप निरीक्षक एवं प्रभारी एसओजी जहांगीर अली, वरिष्ठ उपनिरीक्षक रफत अली, उप निरीक्षक कुलेंद्र रावत एनके बच कोटी, हेड कांस्टेबल एहसान अली, कांस्टेबल अशोक, कपिलदेव, सुरेश रमोला, महिपाल तोमर, प्रभाकर, रविंद्र खत्री, नितिन आदि शामिल रहे।

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