पत्रकार हितों की लड़ाई के बहाने चैम्पियन व हरीश रावत के खिलाफ बड़े राजनीतिक संरक्षण के तहत उमेश शर्मा चुनाव मैदान में उतरे,,,,।
रुड़की
अनवर राणा
रुड़की के पत्रकारों के हितों की मनघड़ंत लड़ाई लड़ने का बहाना बनाकर उत्तराखण्ड का एक चर्चित पत्रकार उमेश शर्मा प्रयोजित ढंग से किर्केट खिलाड़ियों व कुछ फिल्मी हस्तियों को खानपुर क्षेत्र में घूमकर जनता को बेवकूफ समझकर विधायक बनने का सपना सँजोये हैं।रुड़की के पत्रकारों की लड़ाई लड़ने के बहाने अब उमेश कुमार शर्मा पूर्व की कोंग्रेस सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने के मामले में काफी सुर्खियां तो बटोर ही चुका है लेकिन उन पर ब्लेक मेलिंग जैसे गम्भीर आरोप भी लगे है।खानपुर क्षेत्र के चंद लोगो को छोड़ दिया जाये तो अधिकतर लोगों उसके कार्यक्रमो से समझते जा रहे है कि उक्त व्यक्ति किसी बड़े षड्यंत्र व बड़े राजनीतिक संरक्षण के तहत चैम्पियन व पूर्व मुख्य मंत्री हरीश रावत के खिलाफ मुहिम झेड कर उनको घेर ने में लगे है।सूत्रों की माने तो उमेश कुमार का ये प्रयोजित कार्यक्रम पत्रकारों को बहकाकर चैम्पियन पर झूठे आरोप लगा अपना मकसद पूरा करने ही है।कुछ पत्रकारों का कहना तो यहां तक है कि अब से पहले भी रुड़की के पत्रकारों पर लड़ाई लड़ने का समय आया है तब उमेश शर्मा सरकारों व अधिकारियों के साथ मलाई चाटने में क्यों मस्त थे,जो आज उमेश को रुड़की के पत्रकारों की लड़ाई लड़ने का बहाना लेकर चुनाव लड़ने तक का कार्यक्रम बनाना पड़ा।हार जीत किसी भी पार्टी की हो लेकिन उमेश कुमार का चुनावी प्रोग्राम बनाकर अपना एजेंडा ही दिखाई दे रहा है।